Hazaribagh: आम धारणा है कि निजी विद्यालयों में अनुशासन के साथ अच्छी शिक्षा दी जाती है. इस विश्वास के साथ आमलोग अपने बच्चों काे प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन कुछ शिक्षक गुरु और शिष्य के रिश्ते को तार-तार कर शिक्षा के मंदिर को भी अपवित्र करने का काम कर रहे हैं. इसी तरह का मामला बरही स्थित करियातपुर के एक प्राइवेट स्कूल में सामना आया है, जहां सैकड़ों बच्चे पठन-पाठन करते हैं. इस विद्यालय में 10वीं तक की पढ़ाई होती है. इस स्कूल के डायरेक्टर पर एक छात्रा के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने आरोपी के साथ जमकर मारपीट की
घटना सोमवार की बताई जा रही है. करियातपुर स्थित सनराइज एकेडमी के निदेशक सुरेश प्रसाद पर दसवीं कक्षा की छात्रा के परिजनों द्वारा उनकी बच्ची के साथ छेड़खानी का गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय पर धावा बोल दिया और तोड़फोड़ करने के साथ ही आरोपी के साथ जमकर मारपीट की. इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय को शीघ्र बंद करने की मांग की. घटना की गंभीरता को देखते हुए बरही एसडीपीओ सह एएसपी सुरजीत कुमार व इंस्पेक्टर आभास कुमार को दूसरे थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा. पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के पिता की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
निदेशक की पत्नी ने पति पर लगे आरोप को झूठा करार दिया
वहीं आरोपी विद्यालय निदेशक घायल अवस्था में अस्पताल में इलाजरत है. इस बीच, निदेशक की पत्नी ने अपने पति पर लगाए गए आरोप को बेबुनियाद और झूठा करार दिया है. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत उनके पति को फंसाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने उनके पति के साथ मारपीट की, जिससे वह घायल हो गए और उनको इलाज के लिए तुरंत रेफर कर दिया गया. यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है. हालांकि, ग्रामीणों के गुस्से और आरोपों की गंभीरता को देखते हुए स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. प्रशासन इस मामले को शांतिपूर्वक हल करने के प्रयास में जुटा है, लेकिन स्थानीय लोगों में गुस्सा कायम है.
क्या हैं आरोप
सनराइज एकेडमी के निदेशक सुरेश साव पर छात्रा के पिता का आरोप है कि बीती 29 अगस्त को स्कूल में रजिस्ट्रेशन के बहाने उनकी बेटी को बुलाकर उसके साथ अभद्र व्यवहार एवं दुष्कर्म का प्रयास किया. परिजनों ने बताया कि निदेशक ने बालिका को अकेले में बुलाया और उसके साथ अनुचित तरीके से व्यवहार किया. इस घटना के बाद उनकी बेटी मानसिक रूप से बहुत आहत हो गई थी. वह इस सदमे से उबर नहीं पा रही और बार-बार आत्महत्या का प्रयास कर रही है.
जिपस प्रतिनिधि ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की
यह घटना न केवल छात्रा, बल्कि उसके परिवार के लिए भी अत्यंत दर्दनाक साबित हो रही है. वहीं जिपस प्रतिनिधि गणेश यादव ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है. इस घटना से अन्य अभिभावकों का भी धीरे-धीरे निजी विद्यालय पर से विश्वास उठता जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है स्कूल एक मंदिर होता है और जिस स्कूल के शिक्षक और प्रिंसिपल ही भक्षक हैं वह बच्चे का भविष्य कैसे सवार सकता है. ग्रामीणों ने सभी अभिभावकों अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों का भविष्य संवारने के लिए स्कूल की जांच पड़ताल अवश्य करें. बीच-बीच में जाकर स्कूल की जांच और पूछताछ भी करनी चाहिए.
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