Geneva/New Delhi: किसानों के आंदोलन को 70 दिन से ज्यादा हो गये हैं. केंद्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. शनिवार को दोपहर 12 बजे से किसानों का चक्का शुरू हो गया है. पूरे देश में किसान और किसान आंदोलन के समर्थक चक्का जाम करेंगे. इस आंदोलन की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. कई बड़ी हस्तियों ने इस आंदोलन को लेकर अपने बयान और ट्वीट किये हैं, जो चर्चा में हैं. इन सबके बीच संयुक्त राष्ट्र (UN) ने पहली बार किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया है. संयुक्त राष्ट्र ने किसानों के खिलाफ भारतीय अधिकारियों को अधिकतम नरमी बरतने को कहा है. यूएन ने कहा कि सभी के मानवाधिकारों के सम्मान में ‘न्यायसंगत समाधान’ तलाशना जरूरी है.
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संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने किया ट्वीट
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) ने अपने ट्वीट में कहा है कि शांतिपूर्ण तरीके से एकत्रित होने एवं अभिव्यक्ति के अधिकार की हिफाजत ‘‘ऑनलाइन एवं ऑफलाइन’’ दोनों तरीकों से की जानी चाहिए. ओएचसीएचआर ने ट्वीट किया है कि, ”भारत: हम प्राधिकारों एवं प्रदर्शनकारियों से किसान आंदोलन के प्रति अधिकतम संयम बरतने का आह्वान करते हैं.” शांतिपूर्ण एकत्र होने तथा अभिव्यक्ति के अधिकार की, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन, दोनों ही तरह से हिफाजत की जानी चाहिए. यह जरूरी है कि सभी के मानवाधिकारों की रक्षा करते हुए मसले का न्यायसंगत समाधान तलाशा जाये.
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किसानों के चक्का जाम के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा
गौरतलब है कि कृषि कानून के खिलाफ देशभर में आज किसान और उनके समर्थक संगठनों द्वारा चक्का जाम किया जायेगा. हालांकि कुछ राज्यों में किसानों ने चक्का जाम नहीं करने का ऐलान किया है. शनिवार दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम कार्यक्रम चलाया जायेगा. गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए पुलिस सभी जरूरी सतर्कता बरत रही है.