Ranchi: बुधवार को राजभवन के समक्ष फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने धरना दिया. यह धरना झारखंड राज्य कृषि टैक्स विधेयक के विरोध में किया गया है. धरना सुबह 9:00 बजे से 11 बजे तक दिया गया. मालूम हो कि पिछले महीने झारखंड सरकार कृषि उपज और पशुधन विपणन विधेयक-2022 लाई है. उस समय से ही चैंबर इसका विरोध कर रहा है.
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वक्ताओं ने क्या कहा
धरना में उपस्थित वक्ताओं का कहना है कि झारखंड की भूमि पहाड़ पर्वतों की भूमि है. जिसके कारण लोग खेती पर निर्भर कम ही हैं. दूसरे राज्यों की तुलना में झारखंड में कृषि कम होता है और यह राज्य खनिज से भरा है. झारखंड में 35 लाख लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और ये लोग कृषि से अपनी आजीविका चलाते हैं. झारखंड में किसी भी मंडी में किसानों का कोई भी उत्पाद बाजार समिति में ना ही देखने के लिए लाया जाता है और ना ही प्रक्रिया के माध्यम से बिक्री कराया जाता है.
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क्या है मामला
बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार ने झारखंड राज्य कृषि और पशुधन विपणन विधेयक 2022 पारित कराया था. विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख ने विधेयक के कई फायदे बताए थे.