Bermo: बीते आठ दिनों से बेरमो पुलिस के लिए चुनौती बने हत्या के आरोपी ने आखिर में शुक्रवार को सरेंडर कर दिया. ताबड़तोड़ छापेमारी और आरोपियों के परिजनों पर दवाब के कारण तीन आरोपियों ने बोकारो कोर्ट में सरेंडर कर दिया. जबकि एक आरोपी एसडीपीओ कार्यालय तेनुघाट में सरेंडर किया.
कोर्ट में किया सरेंडर
इस मामले में बेरमो एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने बताया कि कथारा ओपी थाना क्षेत्र में श्रमिक नेता राजू रविदास के बहन की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का का छापेमारी अभियान चल रहा था. पुलिस की दबिश के कारण 3 अभियुक्तों ने शुक्रवार को अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम बोकारो के न्यायालय में सरेंडर कर दिया. इसमें नीतीश यादव उर्फ रुद्रा, रोहित यादव और अर्जुन यादव उर्फ बिलटा शामिल है. जबकि सुनील यादव ने एसडीपीओ कार्यालय में सरेंडर किया.
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कहा कि पुलिस घटना के दिन से ही आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. पुलिस अब आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी ताकि इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाया जा सके. बता दें कि पीड़ित परिवार द्वारा इस हत्या के मामले में पांच नामजद आरोपियों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक आरोपी को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
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खेलने में हुआ था झगड़ा
बता दें कि 2 जून को कथारा 02 नंबर कॉलोनी में क्रिकेट खेलने के दौरान कुछ लड़को के साथ आपस में कहासुनी हो गई थी. इसके बाद दोनों को समझाकर मामला शांत करा दिया गया था. लेकिन नीतीश यादव उर्फ रुद्रा अपने घर गया और कुछ देर बाद 10-15 लड़कों के साथ श्रमिक नेता राजू रविदास के क्वार्टर में जाकर हमला कर दिया. घर के परिजनों के साथ लाठी-डंडे से पिटाई कर दी. इसमें उसकी बहन बिंदु देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं. तत्काल सभी घायलों को कथारा स्थित सीसीएल अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान बिंदु देवी की स्थिति नाजुक होने के कारण बोकारो रेफर कर दिया गया, जहां बोकारो ले जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गई थी.
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