Galudih (Prakash Das) : गालूडीह से करीब पांच किलोमीटर दूर दो हजार फिट ऊंची पहाड़ी में स्थित सिद्धेश्वर बाबा का शिव मंदिर अटूट आस्था का केंद्र है. इस शिवालय का इतिहास कई साल पुराना है. ऐसा माना जाता है कि यहां जलाभिषेक करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. इस मंदिर में सावन के महीने में व महाशिवरात्रि के दौरान बंगाल, झारखंड व ओडिशा से भक्त सुवर्णरेखा नदी से जल उठा कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने आते हैं. मंदिर पहाड़ी में होने के कारण काफी मनमोहक है व पर्यटकों के लिए काफी दर्शनीय है. मंदिर के आसपास काफी मनमोहक दृश्य भी है.
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सन् 1987 में किया गया था मंदिर का निर्माण
इस मंदिर का निर्माण सन् 1987 में गालूडीह प्राचीन रंकणी के संस्थापक सह मुख्य पूजा प्रसिद्ध बाबा विनय दास द्वारा किया गया था. धीरे-धीरे लोग भक्ति भावना से यहां पूजा अर्चना करने लगे. वहीं, मंदिर के संचालन के लिए बाबा विनय दास के दिशा-निर्देश पर अमृतवाणी सत्संग समिति द्वारा संचालन किया जाता है. समिति के सदस्यों ने बताया कि अभी तक मंदिर में सीढ़ी का निर्माण नहीं पाया है. सीढ़ी निर्माण हो जाने से लोगों को काफी सहुलियत होगी.
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