Nishant Bhuwanika
Ranchi: राजधानी में एक बार फिर से एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है. यह गिरोह खासकर ऐसे लोगों को अपना शिकार बना रहा है जो एटीएम यूज़ करने के आदि नहीं है. इस गिरोह की नजर ज्यादातर ग्रामीण इलाकों और ऐसे एटीएम पर नजर होती है जहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं होता है. पिछले कुछ दिनों में राजधानी रांची सहित आसपास के इलाकों में एटीएम बदलकर पैसे निकालने के मामले बढ़ गये हैं. राजधानी रांची समेत बेड़ो, तुपुदाना, इटकी, बूटी मोड़, नगड़ी, पुनदाग जैसे इलाकों में ये गिरेह लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
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कैसे होती है ठगी
इस पूरे मामले पर जब हमने साइबर डीएसपी यशोधरा से बात की तो उन्होंने बताया कि कार्ड बदलकर ठगी करने वाले साइबर अपराधी ऐसे एटीएम पर ध्यान देते हैं जहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं होता. इसके बाद गिरोह के सदस्य एटीएम के कुछ बटनों को निष्क्रिय कर देते हैं. जिससे पैसे निकालने आ रहे लोगों के पैसे नहीं निकल पाते. इस दौरान ठग एटीएम के आसपास ही घूमते रहते हैं और मदद का भरोसा देकर पैसे निकालने को तैयार हो जाते हैं. पैसे निकालने के क्रम में ही एटीएम की बदली कर दी जाती है. ठग पहले से ही लगभग सभी बैंकों के एटीएम अपने पास रखते हैं जिससे एटीएम के बदलने पर भी लोगों को शक नहीं हो पाता .
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जागरूकता ही है बचाव
अक्सर देखा जाता है कि साइबर अपराधियों को पकड़ पाना पुलिस के भी बस में भी नहीं होता. ऐसे में कई जानकार मानते हैं कि साइबर अपराध के केस में जागरूकता ही बचाव है. उक्त मामले में आईटी एक्सपर्ट राहुल बताते हैं कि साइबर अपराधियों को पकड़ना इतना आसान नहीं हो पाता है. पुलिस भी 10 में से दो ही केस सॉल्व करने में सफल हो पाती है. एटीएम की बदली पर राहुल ने कहा कि इन परिस्थितियों के लिए गार्ड से ही एटीएम संबंधित जानकारी लेनी चाहिए. अगर एटीएम में गार्ड मौजूद ना हो तो किसी ऐसे आदमी से ही मदद लें जिन्हें आप निजी तौर पर जानते हैं.
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