Ghatshila (Rajesh Chowbey) : कापड़ गादी घाटेर रंकनी मां (जादूगोड़ा) के रंकिनी मंदिर का आविर्भाव एवं महिमा अब पूरे देश के लोग किताब में पढ़ेंगे. मंदिर की ऐतिहासिक व धार्मिक पुस्तक कापड़ गादी घाटेर रंकनी मां (जादूगोड़ा) के आविर्भाव व महिमा कि कहानी क्षेत्र के वरिष्ठ साहित्यकार सह लेखक सुनील कुमार दे लिख रहे हैं. उन्होंने बातचीत में कहा कि 24 घंटे अब मां रंकिनी की भव्य छवि उनकी आंखों के सामने रहती है, जिससे इस धार्मिक कहानी को साहित्यिक रूप देने मे मदद मिल रही है. लेखक सुनील कुमार दे द्वारा लिखी जा रही इस पुस्तक में जादूगोड़ा के रंकिनी मां के आविर्भाव, महिमा और मंदिर के अलावे धालभूम व घाटशिला अनुमंडल में जहां-जहां मां रंकिनी की लीला जुड़ी हुई है, जैसे गालूडीह के महुलिया का रंकिनी मंदिर, बड़बिल का रंकिनी मंदिर, घाटशिला रंकिनी मंदिर आदि का विवरण भी इस पुस्तक में लिखी जा रही है.
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इस क्षेत्र में अवस्थित धार्मिक स्थल, मंदिर, मठ, आश्रम, दर्शनीय स्थल का भी वर्णन इस पुस्तक में करने का प्रयास सुनील कुमार दे कर रहे हैं. इस पुस्तक के प्रकाशन हेतु तथ्य, कहानी, चित्र आदि संग्रह करने में श्रद्धेय विनय दास बाबाजी, दिनेश सरदार, डॉ. विकास कुमार भगत आदि मुख्य रूप से सहयोग कर रहे हैं. इस पुस्तक का विमोचन 25 सितंबर 2022 को महालया के दिन कापड़ गादी रंकनी मंदिर जादूगोड़ा पर एक विशेष समारोह में किया जाएगा. लेखक ने बताया कि हमें पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक लोगों के दिल की गहराई में छाप छोड़ेगी.