Suresh Singh
Giridih : बेंगाबाद चौक में पिछले 68 वर्षो से मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जा रही है. इस मंदिर में वैष्णव पूजा होती है. यहां बलि प्रथा नही है. नवरात्र के पूरे नौ दिनों तक विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा की जाती है.
दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष विजय सिंह ने बताया कि केएन बक्शी ने वर्ष 1954 में दुर्गा पूजा शुरू की थी. पहले वर्ष त्रिपाल की छावनी बना कर पूजा की गई थी. वहीं 1955 में खपड़ैल का छोटा सा घर बनाकर पूजा की गई थी. बाद में पूजा समिति ने मिलकर 1987 में पक्का मंदिर बनवाया.
मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु चढ़ाते हैं डाक
समिति के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध राम ने बताया कि बेंगाबाद चौक स्थित मां दुर्गा को मनोकामना देवी के रूप में माना जाता है. संतान की कामना को लेकर लोग यहां दजूर-दूर से आते हैं. मन्नत पूरी होने पर मां दुर्गा को डाक चढ़ाते है. डाक चढ़ावा दो तरह का होता है एक स्पेशल और दूसरा साधारण. स्पेशल डाक चढ़ाने वाले श्रद्धालु को प्रतिमा निर्माण, श्रृंगार, लाइट और पूजा का खर्च देना पड़ता है. वहीं साधारण डाक चढ़ाने वाले को पूजा के पांच हजार रूपए खर्च के रूप में देने पड़ते हैं.
इस बार स्पेशल डाक दामोदरडीह निवासी जितेंद्र शर्मा और साधारण डाक किशनीचक निवासी रामेश्वर महतो द्वारा चढ़ाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए दूधीटांड़ निवासी नारायण राम और नोरंगी राम द्वारा जमीन दान में दी गई. बेंगाबाद के पंचायत समिति सदस्य के प्रतिनिधि प्रवीण राम ने बताया कि दुर्गा मंदिर परिसर में तीन दिनों तक मेला लगता है. अष्टमी, नवमी और दशमी को मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है.
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