Giridih : गिरिडीह शहर में विभिन्न पूजा मंडप व पंडालों में विसर्जन को लेकर पुरानी परंपराओं को दोहराया गया. शहर में कई पूजा मंडपों में किसी वाहन के बजाय कंधे पर ही लोगों नें प्रतिमा उठाकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और कंधे पर ही लेकर तालाब पहुंचे. विसर्जन से पहले कंधे पर निकली मां दुर्गा की सवारी का विहंगम दृश्य देखते ही बन रहा था. तालाबों पर लोगों नें नम आंखों से मां को विदाई दी. साथ ही अगले वर्ष जल्दी आने की विनती भी की.
कंधे पर निकली चार प्रतिमाओं की सवारी
सार्वजनिक काली मंडा बरगंडा में स्थापित प्रतिमा को कंधे पर लेकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए लोग सुंदर तालाब बरगंडा पहुंचे. जहां विधिवत प्रतिमा का विसर्जन किया गया. श्री श्री आदि दुर्गा मंडप और छोटकी दुर्गा मंडप की प्रतिमाओं को भी कंधे पर रखकर श्रद्धालु पहले पहले हुटटी बाजार तक पहुंचे. फिर हुट्टी बाज़ार से कंधे पर ही मां दुर्गा की सवारी मानसरोवर तालाब पहुंची. यहां भी नम आंखों से लोगों नें मां को विदा किया. सार्वजनिक काली मंडा पचम्बा में स्थापित प्रतिमा को कंधे पर रखकर विभिन्न मार्गों से होते हुए लोग बुढ़वा अहार पहुंचे, जहां प्रतिमा का विसर्जन किया गया. इस दौरान प्रतिमा को कंधे पर लेने के लिए लोगों में होड़ लगी रही.
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