suresh singh
Giridih : धनवार प्रखंड स्थित बलहारा स्वास्थ्य उपकेंद्र बदहाल है. पिछले चालीस वर्षों से इसकी व्यवस्था में सुधार नहीं किया जा सका है. जिससे आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है .
रंग- रोगन दो बार : धनवार प्रखंड मुख्यालय से बीस किलो मीटर दूर स्थित बलहारा स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापना के चालीस वर्ष बाद भी लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पा रही है . इस स्वास्थ्य उपकेंद्र में हमेशा ताला लटका रहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भले ही यहां चिकित्सक, एएनएम और स्वास्थ्यकर्मी नहीं आते हैं, लेकिन उपकेंद्र भवन की मरम्मत और रंग- रोगन दो बार हो चुका है. लोग कहते हैं कि आजतक इस उपकेंद्र में एक भी मरीज का इलाज नहीं हो सका है.
न डॉक्टर न नर्स : ग्रामीण मदन विश्वकर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र केवल दिखावे के लिए है. इस उपकेंद्र में मरीजों के इलाज की बात तो दूर प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था नहीं है. इससे क्षेत्र के लोग निराश हैं. बीजेपी नेता बसंत भोक्ता ने बताया कि धनवार प्रखंड में एक लाख की आबादी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित है. इस क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग पुरानी है, लेकिन आजतक इस दिशा में कारगर पहल नहीं हो सकी है. स्वास्थ्य उपकेंद्र में बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण सड़क दुर्घटना में घायल इलाज के अभाव में दम तोड देता है .
आंदोलन पर नतीजा ज़ीरो : स्थानीय ग्रामीण विवेक कुमार ने बताया कि बलहारा स्वास्थ्य उपकेंद्र की बात तो दूर धनवार रेफरल अस्पताल में एक्स_रे और खून जांच की सुविधा नहीं है. इस उपकेंद्र को व्यवस्थित करने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार आंदोलन किया, लेकिन कोई लाभ नहीं हो सका है . इस संबंध में धनवार रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ इंद्रजीत कुमार ने बताया कि चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण उपकेंद्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है. इसको लेकर कई बार पत्राचार किया गया है .
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