NewDelhi : देश के छह करोड़ पीएफ खाताधारकों को 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा. केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने इस बात पर मुहर लगाते हुए कहा कि अधिसूचना जारी कर दी गयी है. उन्होंने कहा, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वर्ष 2019-2020 के लिए, हमारे छह करोड़ से अधिक ग्राहकों को पीएफ राशि में 8.5 प्रतिशत ब्याज डाला जायेगा
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वित्त मंत्रालय की ईपीएफ पर 8.5 प्रतिशत ब्याज के भुगतान पर सहमति
कहा कि हम जानते हैं कि 2020 में परिस्थितियां हमारे अनुकूल नहीं थीं. हमने कहा था कि हम वर्ष 2019-2020 के लिए भविष्य निधि राशि पर 8.5 प्रतिशत ब्याज देने की कोशिश करेंगे. आज हम उस वादे को पूरा कर रहे हैं. कहा कि निजी और सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. वित्त मंत्रालय ने ईपीएफ पर 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज के भुगतान पर सहमति दे दी है.
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एक जनवरी तक खातों में आ सकाती है ब्याज की राशि
उम्मीद जताई जा रही है कि पीएफ खाताधारकों को एक जनवरी तक उनके खातों में जमा राशि पर अच्छा खासा ब्याज मिल सकता है. जान लें कि कर्मचारियों के भविष्य निधि संगठन (EPFO) को वित्त मंत्रालय से वित्त वर्ष 2015 के लिए 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर की सिफारिश के लिए वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिल गयी है. अगले कुछ दिनों में ग्राहकों को इसका भुगतान मिल जायेगा. EPFO कर्मचारियों के भविष्य निधि (ईपीएफ) खातों में जनवरी से पहले एक बार में लगभग छह करोड़ ग्राहकों के खाते में 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर दे सकती है.
इस साल मार्च में, EPFO के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की अध्यक्षता श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने 2019-20 के लिए EPF पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दी थी। कोरोना संकट के दौरान ईपीएफ ग्राहकों के बोझ को कम करने के लिए, श्रम और रोजगार मंत्रालय ने 28 मार्च को कर्मचारी भविष्य निधि योजना (ईपीएफओ) में संशोधन कर भविष्य निधि की आंशिक निकासी की अनुमति दी थी.