Ranchi : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की महिलाओं को शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा है कि वर्तमान समय में महिलाओं को आगे बढ़ने का बेहतर वक्त है. हमारी सरकार की यही प्राथमिकता है कि हर माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहन दिया जाये. सरकार महिलाओं के माध्यम से राज्य की तस्वीर बदलना चाहती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन झारखंड के परिपेक्ष्य में बात करें तो कई क्षेत्रों में महिलाओं को आगे लाने और उन्हें अपने साथ लेकर चलने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है. ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही.
पोषण अभियान में बेहतर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी सेविका को सीएम ने किया सम्मानित
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पोषण अभियान में बेहतर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी सेविका दुमका की नूतन देवी एवं पश्चिमी सिंहभूम की रीता श्री पार्या और कोविड संक्रमण काल में सराहनीय कार्य करने वाली अमोला बास्की एवं जया बिरुली को प्रमाणपत्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. साथ ही तेजस्विनी परियोजना अंतर्गत धनबाद में व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया.
सरकार हर कदम पर महिलाओं के साथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सशक्त करने का कार्य हो रहा है. जिस तरह महिलाएं बढ़ना चाहती हैं. वैसी कार्य योजना बन रही है. जो अपने पैरों पर खड़ा होने की इच्छुक हैं, सरकार उन्हें हर संभव सहयोग देने को तैयार है. ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उन तक हमें पहुंचना होगा.
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हर क्षेत्र में बढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैं महिलाएं
बाल, विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. पुरुष के साथ साथ कंधा मिलाकर चलने की जरूरत है. यहां कई योजनाओं का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है. समय है आवश्यकता अनुरूप योजनाओं को चुन आगे बढ़ने की. तेजस्विनी परियोजना का क्रियान्वयन 17 जिलों में हो रहा है. 12, 800 क्लब में 10.89 लाख युवतियां जुड़ी है. सरकार लगातार महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री और मंत्री जोबा मांझी ने सेतु शिक्षा पाठ्यक्रम का विमोचन किया.
17 जिला में शुरू हो रहा सेतु शिक्षा पाठ्यक्रम
सेतु शिक्षा पाठ्यक्रम राज्य के 17 जिलों में शुरू हो रहा है. इसके तहत स्कूल से दूर 8वीं से 10वीं तक की शिक्षा से 14 से 20 वर्ष की बालिकाओं को जोड़ना है. मुख्यमंत्री ने योजनाओं का लाभ देने के लिए ग्रामीण महिलाओं को आधार किट प्रदान किया. योजनाओं में आधार कार्ड की अनिवार्यता को देखते हुए महिलाओं को किट दिया गया, ताकि लाभुकों का आधार कार्ड बने और उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जा सके.