Ranchi : अनलॉक फेज में उद्योगों की स्थिति में सुधार आ रहा है. पिछले दो महीने में उद्योगों में जहां 25 से 30 प्रतिशत उत्पादन हो रहा था, वहीं अब प्रोडक्शन 50 से 60 फीसदी पहुंच गयी है. ऐसे में मजदूरों की वापसी भी कारखानों में हो रही है. ये मजदूर पिछले दो-तीन महीने पहले बेराजगार थे. अलग-अलग इलाकों में उद्यमियों से बात करने से जानकारी हुई कि कारखानों की स्थिति में सुधार है, क्योंकि बाजार खुल गये हैं. बाजार में खाद्य साम्रगी, प्लास्टिक गुड्स, स्टील मेटल आदि की मांग बढ़ रही है. राज्य में अप्रैल के अंत से जून तक लॉकडाउन की स्थिति रही. हालांकि ये लॉकडाउन आंशिक रहा, पर बाजार बंद रहे. वहीं जुलाई से सरकार ने अलग-अलग सेक्टरों के रियायत की घोषाणा की. इसके बाद, बाजार में रौनक आयी. इस साल लगे आंशिक लॉकडाउन में सरकार ने उद्योगों को खोले रखा था.
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प्लास्टिक, खाद्य और स्टील मेटल की डिमांड
राज्य में सबसे अधिक एमएसएमई है, जो मुख्य रूप से आयरन स्टील के उत्पाद तैयार करते हैं. इनकी बहुतायत जमशेदपुर में है. झारखंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष फिलिप मैथ्यू की मानें तो सरायकेला और आदित्यपुर मिला कर दो हजार उद्योग होंगे, जो ऑटोमोबाइल समेत अन्य आयरन बेस्ड उद्योग है. इनके उत्पादन में तेजी आयी है. फिलिप ने बताया कि अलग-अलग राज्य के इलाकों से जिसमें जमशेदपुर, तुपुदाना, टाटीसिलवे, रामगढ़ में उद्योगों में उत्पादन बेहतर है. खाद्य प्रसंस्करण कारखानों में लॉकडाउन के दौरान भी स्थिति बेहतर थी. ऐसे में अब सिर्फ सरकार से सुविधाओं की मांग है.
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70 फीसदी कामगार लौटे
टाटीसिलवे के विनोद कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके दो कारखाने क्षेत्र में हैं. वे नामकुम और टाटीसिलवे के इंडस्ट्रीज एसोसिएशन से भी जुड़े हैं. क्षेत्र के कारखानों में लगभग 70 प्रतिशत कामगारों की वापसी हुई है, जो लॉकडाउन में 25 से 15 फीसदी में चल रहे थे. ऐसे में उद्योगों में उत्पादन भी बढ़ा है. विनोद ने बताया कि नामकुम 40 इकाइयां हैं और टाटीसिलवे में 80. फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स को छोड़ दें, तो सभी यूनिट्स लॉकडाउन में 25 फीसदी प्रोडक्शन में चली. वहीं अब, 70 प्रतिशत कामगार कारखानों में लौटे हैं. वहीं कुछ खेती और शादी-ब्याह के कारण नहीं आ रहे.
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पिछले साल 625 कारखाने बंद हुए
पिछले साल के तीन महीने के लॉकडाउन ने उद्योगों की कमर तोड़ी. उद्योग विभाग की मानें तो 625 उद्योग पूरे राज्य में बंद हुए. पिछले साल बंद उद्योगों को फिर से शुरू करने की तैयारी की गयी. लेकिन कोविड 19 के दूसरे फेज के कारण मामला पड़ा है. बता दें कि इस साल भी कुछ इलाकों में उद्योग बंद हुए हैं, जो क्षेत्रीय उद्यमियों से बात करने से जानकारी हुई. इसमें टाटीसिलवे में 10 यूनिट, तुपुदाना में सौ यूनिट हैं. इनसे मात्र 10 उद्योग लॉकडाउन के दौरान खुले रहें. अब अधिकतर उद्योग खुल गये हैं.
सरकार से राहत की उम्मीद
उद्योग संचालकों ने जानकारी दी कि भले उत्पादन और कामगार बढ़े हो, लेकिन सरकार से रियायत की उम्मीद है. फिलिप मैथ्यू ने कहा कि पिछले साल के लॉकडाउन और इस साल के लॉकडउान के बाद स्थिति ठीक नहीं है. बिजली, टैक्स संबंधी चीजों में सरकार से छूट की उम्मीद है. पिछले साल फिक्सड चार्जेस में तीन महीने की छूट मिली. इस साल अबतक कोई कार्रवाई नहीं है.