Kiriburu/Gua (Shailesh/Sandeep) : आठ सितम्बर को गुवा स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने वाले नेताओं और लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है. पूर्व से चली आ रही परम्परा के अनुसार सबसे पहले स्थानीय दिउरी ने पारम्परिक तरीके से पूजा-अर्चना की. तत्पश्चात पूर्व सांसद कृष्णा मार्डी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि गुवा शहीद स्थल का बुरा हाल देखकर मर्माहत हूं. इस स्मारक को अब तक सरकार द्वारा भव्य बनाकर पर्यटक स्थल के रुप में विकसित करना चाहिए था, जो नहीं किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कुछ गलत लोगों से घिरे हुए हैं. उनका विवेक मर चुका है. झारखंड सरकार इस शहीद स्मारक का सौन्दर्यीकरण व भव्य बनाने का कार्य नहीं करती है तो, अगली बार यहां किसी भी मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित नहीं करने देंगे. स्थानीय लोगों के साथ मिलकर खुलेआम विरोध करेंगे.
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धरातल पर दिखने लगा है हेमंत का काम : भुवनेश्वर
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गुवा गोलीकांड के चश्मदीद भुवनेश्वर महतो ने भी गुवा में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि गुवा शहीद दिवस पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेला लगा है. झारखंड अलग राज्य का जो सपना शहीदों ने देखा था, वैसा राज्य पिछली सरकारों की गलत नीतियों की वजह से नहीं मिल पाया है. वर्तमान की हेमन्त सोरेन सरकार शहीदों के सपनों वाला झारखंड बनाने के कार्य में लगे हैं. इनका काम भी अब धरातल पर दिखने लगा है. जो लोग सड़क किनारे हंड़िया बेचते थे, उन्हें आर्थिक मदद देकर हेमन्त सोरेन सरकार ने रोजगार से जोड़ने का कार्य किया है. भुवनेश्वर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को नये सिरे से चिन्हित करने हेतु सरकार ने आयोग का गठन किया है. जल्द ही आंदोलनकारियों को चिन्हित कर उन्हें सरकार उचित सम्मान देगी.
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पुलिस छावनी में तब्दील है शहीद स्थल
उल्लेखनीय है कि गुवा शहीद स्मारक स्थल से लेकर पूरे गुवा व सारंडा जंगल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. शहीद स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला निरंतर जारी है. ढोल, मांदर के साथ महिला व पुरुष निरंतर पारम्परिक नृत्य कर रहे हैं.