Ahmedabad : खबर है कि गुजरात के भरूच से सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही वसावा ने कहा कि वह संसद के बजट सत्र के बाद लोकसभा से भी इस्तीफा दे देंगे. वसावा द्वारा इस्तीफा दिया जाना भाजपा के लिए करारा झटका माना जा रहा है.
Gujarat: BJP Bharuch MP Mansukh Vasava resigns from the party.
— ANI (@ANI) December 29, 2020
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प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का आदेश वापस लेने का आग्रह किया था
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार वसावा ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर उनसे पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के आदेश को किसानों और स्थानीय लोगों कि हित में वापस लेने का आग्रह किया था. पत्र में कहा गया था, ‘पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय अधिसूचना के नाम पर सरकारी अधिकारियों ने आदिवासियों की निजी संपत्तियों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है. लिखा था कि नर्मदा में स्थानीय आदिवासियों को विश्वास में नहीं लिया गया या इस मुद्दे की समझ नहीं दी गयी है, जिससे उनमें भय और अविश्वास पैदा हुआ है.
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अधिसूचना को लेकर स्थानीय आदिवासियों का विरोध चल रहा है
इस क्रम में वसावा ने प्रधानमंत्री मोदी से अधिसूचना वापस लेकर स्थानीय लोगों की जिंदगियों में शांति और व्यवस्था बहाल करने का भी आग्रह किया था. वसावा का इस्तीफ़ा ऐसे समय में आया है जब अगले साल की शुरुआत में राज्य में स्थानीय निकायों के चुनाव होने वाले हैं और नर्मदा जिले में शूल्पणेश्वर वन्यजीव अभयारण्य के आसपास के इलाके को इको-सेंसिटिव जोन, जिसमें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के आसपास के 121 गांव भी शामिल हैं, की अंतिम अधिसूचना को लेकर स्थानीय आदिवासियों का विरोध चल रहा है.
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पार्टी को सोशल मीडिया के जरिये इस्तीफा मिला
भरूच से छह बार सांसद रहे वसावा ने 28 दिसंबर को गुजरात भाजपा अध्यक्ष आरसी पाटिल को लिखे पत्र में कहा, मैं इस्तीफा दे रहा हूं ताकि मेरी गलतियों के कारण पार्टी की छवि खराब नहीं हो. मैं पार्टी का वफादार कार्यकर्ता रहा हूं इसलिए कृपया मुझे माफ कर दीजिए. वसावा ने कहा, पार्टी ने मुझे मेरी क्षमता से अधिक अवसर दिये हैं. मैं केंद्रीय नेतृत्व का इसके लिए हमेशा आभारी रहूंगा. मैं आगामी बजट सत्र में सांसद पद से भी अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपूंगा.
पाटिल को लिखे पत्र में कहा कि वह संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद भरूच से सांसद के तौर पर इस्तीफा दे देंगे. भाजपा प्रवक्ता भरत पंडया के अनुसार पार्टी को सोशल मीडिया के जरिये इस्तीफा मिला है.