Gumla: गुमला जैसे घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक सूखे और पुराने पेड़ हैं. इन सूखे और पुराने पेड़ों से किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है. हाल के दिनों में गुमला में प्री मानसून आंधी-पानी आरंभ हो गया है. दिन के पहले पहर तेज धूप रहती है . दूसरे पहर आंधी, तूफान और गरजते बादलों के साथ वर्षा रोज हो रही है. आंधी से आए दिन पेड़ और पेड़ की डालियां टूटती रही है. बिजली खंभों में पेड़ की डाली गिरने से कई दिनों तक बिजली आपूर्ति भी बाधित रहती है. पेड़ों की डालियां टूटने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है. जिसमें जालमाल की क्षति भी हुई है. शहर में सूखे पेड़ को काट कर हटाने के लिए गुमला की जनता, चेंबर आफ कामर्स की ओर से कई बार मांग की गई है.. शांति समिति की बैठक में भी यह बात उठती रही हैं . सूखे पेड़ को हटाने में वन विभाग, एनएच, पीडब्ल्यूडी और नगर प्रशासन टाल मटोल करते हैं. जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है. गुमला शहर के पालकोट रोड में ज्योति इंटरप्राइजेज के सामने एक बड़ा सूखा पेड़ है. इस पेड़ को अगर जल्द काटकर नहीं हटाया गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. इसी तरह के लोहरदगा रोड, जशपुर रोड, सिसई रोड में सूखे पेड़ बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहे हैं.
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