Jamshedpur : जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के प्रमुख हरपाल सिंह थापर की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में शुक्रवार की देर रात हो गई है. उनके शव को एमजीएम अस्पताल में रखा गया है. पिछले दिनों जून माह में उनके ट्रस्ट की दो नाबालिग लड़कियों ने वहां से भागकर हरपाल व अन्य पर दुष्कर्म व उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. एसएसपी तक मामला पहुंचने के बाद पुलिस हरकत में आई. उसके बाद पुलिस की दबिश पर फरार थापर को 15 जून को टेल्को पुलिस ने मध्य प्रदेश से धर दबोचा था. 16 जून को जमशेदपुर कोर्ट में पेश करने के बाद थापर, उसकी पत्नी पुष्प तिर्की, ट्रस्ट की गीता देवी व उसके बेटे को घाघीडीह जेल भेज दिया गया था.
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पत्नी ने अपने अधिवक्ता को दी मौत की सूचना
टेल्को के घोड़ाबांधा स्थित शमशेर टावर में थापर व उनकी पत्नी ट्रस्ट का संचालन करते थे। उसमें करीब 40 बच्चे रहते थे. बाद में पुलिस ने उसे सील करते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था. शनिवार सुबह जेल में बंद पत्नी पुष्पा तिर्की ने अपने अधिवक्ता बिमल पांडे को पति की मौत की सूचना दी. जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में हरपाल की मौत की सूचना से परिजन आक्रोश में हैं. उनके परिचित एमजीएम अस्पताल में जुट रहे हैं. 10 बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जायेगा. इधर, अधिवक्ता बिमल के अनुसार वे पत्नी की प्रोविजनल बेल व पे रोल बेल के लिए अर्जी तैयार करवा रहे हैं.
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हरपाल सिंह की बहन ने की प्रशासन से मौत की जांच की मांग
हरपाल सिंह की बड़ी बहन मंजीत कौर ने इस मौत की जांच की मांग प्रशासन से की है। उनका कहना है कि उनकी जब तबीयत खराब हुई तो क्यों नहीं परिजनों को बताया गया। प्रशासन इस बात की जांच कराए कि आखिरकार उनकी मौत कैसे हुई है।
दूसरी ओर, प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए इस मामले में मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया है। पोस्टमार्टम के पहले हरपाल सिंह के शव की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। उधर, परिजनों को ढांढस बंधाने प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और परिजनों से बात की।