बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में जुटे कई विषय विशेषज्ञ
सिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के प्राध्यापक ने भी दी अपनी सलाह
Hazaribagh : नई शिक्षा नीति 2020 के तहत चार वर्षीय स्नातक के आठों समय सत्र के पाठ्यक्रम का निर्धारण के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार सिंह ने किया. इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ के रूप में दुमका स्थित सिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय के डॉ रविंद्र कुमार सिंह चौधरी, संत कोलंबा महाविद्यालय हजारीबाग से प्राध्यापक डॉ राजकुमार चौबे, डॉ जेपी रविदास, डॉ प्रदीप प्रसाद, पीजी विभाग से डॉक्टर यामिनी सहाय और प्रोफेसर विजय कुजूर ने भाग लिया.नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के विनोबा भावे विश्वविद्यालय समन्वयक डॉक्टर इंद्रजीत कुमार ने बैठक में कई सुझाव और दिशा निर्देश दिए.
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समय की मांग को देखते हुए पाठ्यक्रम को किया गया तैयार
बैठक में राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए फॉर्मेट के आधार पर आठो समसत्र के पाठ्यक्रम पर विस्तार से चर्चा के उपरांत अंतिम रूप दिया गया. पाठ्यक्रम के विभिन्न बिंदुओं पर विषयवार चर्चा की गई. विशेषज्ञों ने दर्शनशास्त्र पाठ्यक्रम में विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं को विषय वार चर्चा कर सिलेबस में रखा. समय की मांग को देखते हुए पाठ्यक्रम को आधुनिक बनाया गया. पाठ्यक्रम की एक प्रति विश्वविद्यालय के संबंधित कोषांग में भेजी जाएगी. आवश्यक कार्रवाई के लिए और अन्य अध्यापकों को भी पाठ्यक्रम की कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी.
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गहमागहमी के बीच प्रदूषण बोर्ड की बैठक, विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
प्राथमिकता के साथ जनहित के मुद्दों पर प्रबंधन करे विचार : एसडीओ
Barhi : जियाडा स्थित फैक्ट्रियों से उत्पन्न प्रदूषण को लेकर प्रदूषण बोर्ड रांची की ओर से कोनरा तुरी टोला में बैठक की गई. इसमें मुख्य रूप से एसडीओ पूनम कुजूर, प्रदूषण बर्ड के अशोक कुमार, प्रमुख मनोज रजक, विधानसभा विधायक प्रतिनिधि छट्ठू गोप, सुनील साहू, स्थानीय पंचायत समिति सदस्य मो यूसुफ, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल मनान अंसारी सहित रियाड़ा मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पी के गर्ग, श्रेष्ठ के रवि प्रसाद आदि मौजूद थे. गहमा गहमी के बीच प्रारंभ हुए बैठक में उपस्थित लोगों ने बैठक स्थल का विरोध किया. लोगों का कहना था कि बैठक सार्वजनिक सूचना के साथ फैक्ट्री क्षेत्र में की जानी चाहिए. कुछ लोग इतने आक्रोशित थे कि बैठक की कुर्सियों को भी इधर-उधर करने लगे. हालांकि एसडीओ के आते ही मामला शांत हुआ. एसडीओ ने लोगों से जनसमस्याओं को रखने की बात कही. उन्होंने भी कंपनी प्रबंधन से जनमुद्दों को प्राथमिकता के साथ निपटाने की बात कही. प्रमुख मनोज रजक ने फैक्ट्री संचालक को स्थानीय लोगों से तालमेल, पर्यावरण सुरक्षित रखने के लिए पौधरोपण, सड़कों या फैक्ट्री क्षेत्र में जल छिड़काव के लिए तिलैया डैम के पानी का उपयोग करने की बात कही.
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75 फीसदी स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग
वहीं विधायक प्रतिनिधि ने 75 फीसदी स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बात कही. पंचायत समिति मो यूसुफ ने प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याओं पर चर्चा की. कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष ने भी जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता के साथ करने की बात कही. मौके पर श्रेष्ठ कंपनी के संचालक ने हर संभव कार्य करने की बात कही. उन्होंने बताया कि प्रदूषण बोर्ड के नियमानुसार उनकी सभी फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं. प्रदूषण अधिकारी ने भी बोर्ड के नियमानुसार ही फैक्ट्री संचालन की बात कही. दरअसल मानसून सत्र में स्थानीय विधायक उमाशंकर अकेला यादव ने जियाडा स्थित फैक्ट्रियों के प्रदूषण मामले पर सवाल किया गया था. इसे लेकर यह बैठक आयोजित की गई थी.