Bismay Alankar
Hazaribagh: हज़ारीबाग़ में सरकारी जमीन के लूट मामले को लगातार मीडिया बराबर उजागर करती रही है. इस बार कांग्रेस के एक बड़े नेता जय शंकर पाठक पर सुनियोजित तरीके से साजिश रचकर खासमहाल की बहुमूल्य भूमि को विभाग की मिलीभगत से कब्जा करने का आरोप लग रहा है. आरोप लगाने वाले भी कांग्रेस पार्टी से ही सबंध रखने वाले मनोज गुप्ता हैं. मामला हजारीबाग शहर में सिरका मौजा, थाना न० 146, हो० 30/62, पौ० 19,0.20 एकड़ भूमि से है, जो खासमहाल की जमीन है. इसमें दोमंजिला मकान भी है. इसमें वर्षों से श्रम नियोजनालय भारत सरकार का कार्यालय चलता था.
बताया जाता है कि इस जमीन के लीजधारी राधा रमन डे किराया लेते थे. उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी गीता डे किराया लेती थी. उनकी मृत्यु के बाद किराया लेने वाला कोई नहीं था. उनका कोई वंश नहीं था. फिर वर्षों बाद उनके वारिस के रूप में सीखा रानी सिन्हा का आगमन हुआ. उन्होंने वर्ष 2018 में आवेदन दिया कि श्रम विभाग उनको किराया नहीं दे रहा है. कार्यालय खाली कराया जाए. इस पर खासमहाल विभाग एक ही महीने में पांच बार नोटिस भी भेज देती है. फिर 13.6.18 को कार्यालय खली कराने के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी कुमुद कुमार झा को आदेश जारी कर दिया जाता है. परेशान होकर सहायक श्रमायुक्त 15.02.2019 अपना कार्यालय DVC चौक पर शिफ्ट कर लेते हैं. कार्यालय खाली करने के बाद परिसर का जिम्मा लेनेवाला कोई नहीं था और न ही आवेदन देने वाली सीखा रानी सिन्हा न खासमहाल विभाग. उस घर की चाभी किसे सौंपी जाए इसको लेकर पदाधिकारी महीनों भटकते रहे.
इसे भी पढ़ें- 15 दिन से बंद है मोरहाबादी में वेंडर मार्केट का निर्माण, 6 महीनों में काम पूरा करने का लक्ष्य
फिर उन्होंने खासमहाल पदाधिकारी को अपना पीड़ा लिखा. तब 12.09.2019 के बाद जिला नजारत ने जिम्मा लिया. सब कुछ योजना के अनुसार हो रहा था. इधर मुख्य गेट बंद कर जिम्मा लिया गया और उधर कांग्रेस के नेता जयशंकर आनंद चहारदीवारी कर परिसर में आ जाते हैं. वहीं खासमहाल कर्मचारी 20.11.2021 को अपने पदाधिकारी को लिखित शिकायत दर्ज करते हैं. उसमें कब्जा करने वाले पर नोटिस जारी करने का आग्रह भी करते हैं. लेकिन चार महीना बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ और सरकार की पांच करोड़ की संपत्ति पर कब्जा हो गया. आज मनोज गुप्ता ने इस मामले को लेकर हजारीबाग के उपायुक्त नैंसी सिन्हा को आवेदन देकर इसकी जांच कराने, भूमि अधिग्रहण करने एवं सभी दोषियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है. आवेदन के साथ कब्जा की गयी भूमि का फोटो, खासमहाल कर्मचारी का पत्र और सहायक श्रमायुक्त का पत्र संलग्न किया है.
इसे भी पढ़ें- मोदी ने की रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात, भारतीयों को सुरक्षित निकालने पर हुई चर्चा