वीडियो वायरल कर बयां की अपनी दयनीय हालत
ओमान की राजधानी मस्कट में फंसे हैं हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के छह मजदूर
Vishnugadh : ओमान की राजधानी मस्कट में हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के फंसे छह मजदूरों ने वीडियो वायरल कर एक बार फिर वतन वापसी के लिए गुहार लगाई है. वहां फंसे मजदूरों में हजारीबाग के विष्णुगढ़ अंतर्गत नरकी के संजय महतो, उच्चाघाना के महादेव महतो, अंबाडीह के दिनेश महतो, अर्जुन महतो, गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत महुरी के किशोर महतो और बोकारो जिले के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पोखरिया के युगल महतो शामिल हैं. हाल यह है कि खाने-पीने के लिए लोग दाने-दाने को मोहताज हैं. पिछले 22 दिसंबर 2022 को मोबाइल टावर खड़ा करनेवाली कंपनी में काम करने के लिए ओमान की राजधानी मस्कट गए थे. वहां उन्हें पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिला है.
इसे भी पढ़ें :रांची पुलिस ने चरस के साथ तीन तस्करों को किया गिरफ्तार, हथियार बरामद
मजदूर के परिजन हैं परेशान
इधर मजदूरों के परिजन परेशान हैं. राह तकते-तकते उनकी आंखें पथरा गई हैं. प्रवासी मजदूरों की आवाज उठानेवाले जाने वाले सिकंदर अली ने सरकार से ठेका कंपनी पर दबाव बनाकर पगार दिलाने तथा उनकी सकुशल वापसी की मांग की है. उन्होंने कहा कि काम करने के लिए विदेश जाने वाले प्रवासी मजदूरों को यातनाएं झेलनी पड़ती हैं और बड़ी मुश्किल से वे वतन लौट पाते हैं. ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
प्रवासी मजदूर की मुंबई में मौत, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग
Hazaribagh : हजारीबाग जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत रेवार स्थित चंदवार निवासी पवन राणा की मुंबई में मौत हो गई. उसके सिर में दर्द होने पर मुंबई के मलाड लाइफ लाइन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था., एक दिन बाद उसकी मौत हो गई. पवन राणा मुंबई में कारपेंटर का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. नव झारखंड फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष किशोरी राणा ने कहा कि झारखंड सरकार के श्रम एवं नियोजन विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता को इस मामले की जानकारी देंगे. उन्होंने सरकारी योजना के तहत पीड़ित परिवार को लाभ देने की गुहार लगाई है.
इसे भी पढ़ें :गिरिडीह: स्वतंत्रता दिवस के पूर्व 12 अगस्त को निकाली जाएगी भव्य तिरंगा यात्रा