हजारीबाग के सुदूरवर्ती गांव में विदेशी खिलाड़ी फुटबॉल मैच में बहा रहे पसीना
पांच दिवसीय नॉकआउट प्रतियोगिता में नाइजीरिया युगांडा और घाना के खिलाड़ी पहुंचे खुटरा
हजारीबा समेत झारखंड व दूसरे प्रांत की 16 टीमों ने लिया है भाग
Gaurav Prakash
Hazaribagh: हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड के खुटरा गांव में इन दिनों फुटबॉल प्रेमियों का जमावड़ा लगा हुआ है. यहां हजारीबाग ही नहीं, बल्कि विदेश से आए खिलाड़ी भी अपना पसीना बहा रहे हैं. वर्ष 2019 से खुटरा गांव में एकता क्लब ने फुटबॉल टूर्नामेंट की शुरुआत की थी. चार साल बीतने के बाद भी यह टूर्नामेंट बदस्तूर जारी है. इस वर्ष पहली बार नाइजीरिया, युगांडा और घाना के विदेशी खिलाड़ी आकर्षण का केंद्र बिंदु बने हुए हैं. पांच से नौ अगस्त तक चलने वाले इस फुटबॉल टूर्नामेंट में धनबाद, कोलकाता, चतरा, जबलपुर, हजारीबाग समेत 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं. दूधिया रोशनी में नहाए मैदान में दिन-रात के इस टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शकों की भी भीड़ देखने को मिल रही है. यही नहीं विदेशी खिलाड़ियों का जौहर देखने के लिए हजारीबाग से भी लोग खुटरा पहुंच रहे हैं.
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टूर्नामेंट में 9 विदेशी खिलाड़ी
शाम के 3:00 बजे से मैच शुरू होता है. नॉकआउट टूर्नामेंट में फुटबॉल खेल के प्रेमी का उत्साह देखने को मिल रहा है. पूरे टूर्नामेंट में नौ खिलाड़ी विदेशी हैं, जो अलग-अलग टीम में खेल रहे हैं. गाना से आए खिलाड़ी रहते हैं कि इन दिनों वह कोलकाता में है. जैसे ही यह पता चला कि हजारीबाग में टूर्नामेंट हो रहा है तो खेलने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि हजारीबाग का मैदान बेहद अच्छा है. गांव में मैच खेलने में काफी मजा भी आ रहा है. लोगों में काफी उत्साह भी है. उन लोगों ने कभी यह सोच भी नहीं था कि इस तरह का रोमांच सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल सकता है.
विदेशी खिलाड़ियों के आने से बढ़ा रोमांच : आयोजक
टूर्नामेंट के आयोजक शाकिद अहमद बताते हैं कि हजारीबाग में फुटबॉल लोकप्रिय खेल रहा है. हाल के दिनों में खेल की लोकप्रियता कम हुई है. इसे देखते हुए 2019 से एकता क्लब ने टूर्नामेंट कराने का फैसला लिया. शुरुआती दौर में खिलाड़ियों ने उत्साह नहीं दिखाया. समय बीतने के साथ-साथ खिलाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई. वर्तमान में क्लब ने फैसला लिया कि क्यों न विदेशी खिलाड़ियों को भी बुलाया जाए ताकि और भी अधिक लोगों में उत्साह हो और भागीदारी बढ़े. इसको देखते हुए कोलकाता के क्लब से संपर्क साधा गया. तीन देशों के खिलाड़ियों ने हजारीबाग आने का फैसला लिया. अब तक छह विदेशी खिलाड़ी मैदान में पसीना बहा चुके हैं. तीन खिलाड़ी बुधवार को फाइनल मैच में खेलने के लिए पहुंच रहे हैं. खिलाड़ियों में उत्साह भी है और गांव के लोग भी रोमांचित भी हैं. इस बात पुरुस्कार राशि बढ़ाई गई है. इस बार विजेता टीम को दो लाख रुपए और उपविजेता को एक लाख रुपए दिए जाएंगे.
दूसरी खबर
फाइलेरिया भयंकर बीमारी, पर इलाज आसान : डॉ एस. इजहिलारासन
हजारीबाग के नौ सीएचसी में चलाया जाएगा राष्ट्रीय फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम
10 से 25 अगस्त तक चलाया जाएगा अभियान
Hazaribagh: राष्ट्रीय फाइलेरिया विलोपन कार्यक्रम के अन्तर्गत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2023 के सफल क्रियान्वयन को लेकर हजारीबाग सिविल सर्जन डा एसपी सिंह ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता की. डॉ एस. इजहिलारासन वीबीडी पदाधिकारी ने जानकारी दी कि फाइलेरिया एक भयंकर बीमारी है, लेकिन इसका बचाव आसान है. याद रहे हाथी पांव एक लाइलाज बीमारी है, जो मनुष्य को दिव्यांग बना देती है. दवा की एक खुराक के सेवन से इस बीमारी से बचा जा सकता है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लक्षित आबादी को दवा खुराक तालिका के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवा डीइसी टबलेट एवं कृमिनाशक दवा एलबेंडाजोल टबलेट की एकल खुराक का सार्वजनिक सेवन निश्चित रूप से फाइलेरिया मुक्त बनाना है. एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों एवं गर्भवती महिलाओं को उस दवा का सेवन नहीं करना है तथा किसी भी हाल में खाली पेट दवा नहीं खानी है.
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घर-घर जाकर खिलायी जायेगी
हजारीबाग जिले के नौ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों बरही, बरकट्ठा, बड़कागांव, चौपारण, इचाक, कटकमसांडी, केरेडारी, विष्णुगढ़ एवं सदर हजारीबाग जिनका माइक्रोफाइलेरियम दर एक के अधिक है, वहां यह कार्यक्रम 10 से 25 अगस्त तक चलाया जाएगा. 10 अगस्त को कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बूथ पर तथा 11 से 25 अगस्त तक घर-घर जाकर दवा सेवन करानी है. दवा सेवन स्वास्थ्य कर्मियों, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका एवं सामुदायिक स्वयंसेवक करवाएंगे. इस कार्यक्रम में कुल 5208 दवा प्रशासक, 431 पर्यवेक्षक एवं 72 चिकित्सा पदाधिकारी लगाए गए हैं. साथ में डॉ. कपिलमुनि प्रसाद, जिला वीबीडी पदाधिकारी, डॉ एस इजहिलारासन, डब्ल्यूएचओ भारत सरकार वीबीडी सलाहकार, मलेरिया निरीक्षक, पीसीआई एवं पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि उपस्थित थे.