पूरे झारखंड में 10 हेल्थ सेंटर का किया गया है चयन जिसमें आठ हजारीबाग के
जांच को लेकर सदर अस्पताल की टीम हुई सक्रिय
70 से अधिक अंक लाने पर हेल्थ सब सेंटर को मिलेगी आर्थिक मदद
Gaurav Prakash
Hazaribagh: नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) के तहत नागरिक अस्पताल की क्वालिटी स्टैंडर्ड जांचने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम 24 अगस्त से 5 सितम्बर तक हजारीबाग हेल्थ सर्विस सेंटर का जांच करेगी. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है. पूरे झारखंड में 10 हेल्थ सब सेंटर का चयन किया गया है. उनमें से आठ सब सेंटर हजारीबाग के हैं. इसे लेकर हजारीबाग सदर अस्पताल की पूरी टीम तैयारी में जुट गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) की टीम को स्वास्थ्य सेवा की जांच करने के लिए भेजा है. बताया जा रहा है कि इस जांच में हेल्थ सब सेंटर में जो सुविधा देने होती है, उसकी जानकारी ली जाएगी. साथ ही मरीज की संख्या की भी विस्तृत जानकारी ली जाएगी. सब सेंटर में दवा की व्यवस्था है या नहीं, अगर कोई भी मरीज सीरियस होता है, तो उसे जिला अस्पताल कैसे भेजा जाएगा इसकी भी जानकारी ली जाएगी.
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डॉक्टर-स्टॉफ से वन टू वन होगी बात
इसके अलावा चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ से वन टू वन बात की जाएगी और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछा जाएगा. इसके अलावा साफ-सफाई की व्यवस्था, चारदीवारी, मरीज के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार समेत अन्य बिंदुओं की भी जानकारी ली जाएगी. अस्पताल के रिकार्ड की जांच की जाएगी. दल अपनी रिपोर्ट को स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगा. उसके आधार पर अंक दिए जाएंगे. अंक के आधार पर ही उन्नयन के लिए फंड की उपलब्ध कराई जाएगी.
24 अगस्त को चंपाडी, 25 को कर्मा, 26 को दरिया, 28 को पगार, 29 को पलांडू, 30 को बेड़ोकला, चार सितम्बर को बासीडीह और पांच को गारुकुरहा में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड की टीम जांच करेगी.
तैयारी युद्ध स्तर पर : सिविल सर्जन
हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह ने जानकारी दी कि एनक्यूएएस की टीम हजारीबाग पहुंच रही है. इसे लेकर तैयारी भी युद्ध स्तर पर चल रही है. यह खुशी की बात है कि झारखंड के 10 में से आठ हेल्थ सब सेंटर हजारीबाग में है. 70 से अधिक अंक आने पर हेल्थ सब सेंटर को आर्थिक रूप से मदद भी की जाएगी. इससे वह अपना विकास कर पाएंगे. केंद्र सरकार की एक टीम बेहद खास होती है. हर सुविधा पर अंक पूर्व से निर्धारित होता है. उसी के आधार पर हेल्थ सेंटर को अंक प्रदान किए जाते हैं.
दूसरी खबर
बरही में 8 सरप्लस शिक्षकों का आया मामला
करीब 450 विद्यार्थियों पर मात्र 3 शिक्षक, वहीं सवा सौ के लिए 8
Barhi : आदर्श मध्य विद्यालय बरही में आठ शिक्षक सरप्लस बताए जाने से शिक्षक दिग्भ्रमित हो गए हैं. प्रधानाध्यापिका इंदु कुमारी के अनुसार उनके विद्यालय में लगभग 550 विद्यार्थी नामांकित हैं. संख्या के आधार पर 35 बच्चों के हिसाब से लगभग 16 यूनिट होते हैं. इस आधार पर कुल 16 शिक्षकों की आवश्यकता है. इसमें नौ सरकारी और आठ सहायक अध्यापक के अलावा एक प्रधानाध्यापक सहित कुल 18 शिक्षक वर्तमान में कार्यरत हैं. संख्या बल के आधार पर एक सरप्लस शिक्षक हैं, जबकि नामांकन जारी है. वहीं प्रधानाध्यापिका ने यह भी बताया कि उनके विद्यालय को दो विभिन्न श्रेणी प्राथमिक और अपर प्राथमिक श्रेणी में विभक्त किया गया है. अपर प्राथमिक श्रेणी जिसमें 6 से 8 तक के कक्षा आते हैं. इस श्रेणी के लिए उनके विद्यालय में मात्र तीन यूनिट है, जिसके लिए सिर्फ तीन शिक्षक ही स्वीकृत हैं. वर्तमान में इस श्रेणी के लिए सिर्फ एक शिक्षक पदस्थापित हैं और दो रिक्त हैं. वहीं प्राथमिक श्रेणी में करीब सवा सौ बच्चे हैं. यहां चार यूनिट की आवश्यकता है. इसके लिए आठ सरकारी और आठ सहायक अध्यापक कार्यरत हैं.
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विभाग की गणना से शिक्षक किंकर्तव्यविमूढ़
यूनिट के हिसाब से 12 सरप्लस शिक्षक होना चाहिए, जबकि मात्र आठ सरप्लस बताए जा रहे हैं. विभाग की इस गणना से शिक्षक किंकर्तव्यविमूढ़ हैं. इन्ही शिक्षको की बदौलत विद्यालय में पठन-पाठन हो रहा है. शिक्षको ने यह भी बताया कि पूर्व में अपर और प्राथमिक की कोई श्रेणी नहीं थी. सभी शिक्षक प्राथमिक विद्यालय के लिए पदस्थापित थे.