Medininagar : स्वास्थ्य सचिव डॉ. अरुण कुमार सिंह मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई कमियां पाई, जिसपर असंतोष जताते हुए इसमें सुधार लाने का निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए. मेडिकल कॉलेज में कई फैकल्टी के पद खाली पड़े हैं. उसे भरने की दिशा में पहल की जाएगी. उन्होंने कहा कि विजन के अभाव में व्यवस्था में कमियां है. मेडिकल कॉलेज में सुधार के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है. इस पर प्रबंधन को भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. यदि कहीं किसी को कोई परेशानी है तो स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से अपनी बात को रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि छुट्टी के कारण छात्रों से भेंट नहीं हो सकी. पलामू जैसे जिला में मेडिकल कॉलेज का होना बहुत बड़ी बात है. सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान वहां भी कई खामियां पाई, जिस पर असंतोष जताते हुए अस्पताल अधीक्षक एवं सिविल सर्जन को कई दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पूरे अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरा अविलंब लगाने का निर्देश दिया साथ ही मरीजों की समस्या को भी प्राथमिकता के आधार पर दूर करने को कहा.
अस्पताल के विभिन्न विभागों का भी किया औचक निरीक्षण
स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल के विभिन्न विभागों का भी औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां भर्ती मरीजों का हालचाल पूछा. साथ ही दवा और भोजन मिलता है कि नहीं इसकी भी जानकारी ली. अस्पताल मैनेजर सुमित श्रीवास्तव से 25 अक्टूबर का रिपोर्ट मांगा जिस पर मैनेजर ने रिपोर्ट देने में आनाकानी की. इससे नाराज होकर वेतन कटौती का निर्देश दिया. एएनएम स्कूल में निरीक्षण के बाद स्कूल के प्रिंसिपल प्रतिमा लकड़ा ने भवन जर्जर होने, बेड की कमी, रसोईया, नाइट गार्ड एवं शिक्षक की कमी को समस्या से अवगत कराया. इस पर उन्होंने प्रिंसिपल को निर्देश दिया कि सभी कर्मियों की सूची तैयार कर रिपोर्ट समर्पित करें. उन्होंने अधीक्षक एवं सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि उपायुक्त से होमगार्ड की मांग करें और प्रत्येक दो महीना पर होमगार्ड को चेंज करते रहें, ताकि सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों एवं भर्ती मरीजों के द्वारा यह जानकारी मिली कि मेरे आगमन को लेकर अस्पताल की साफ-सफाई व्यवस्था विशेष रूप से की गई है. पूर्व में ऐसी व्यवस्था नहीं रहती है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस पर अस्पताल प्रबंधन को विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने मेन्यू के अनुसार मरीजों को भोजन देने का निर्देश दिया. साथ ही बर्तन भी देने का कहा- इस पर अधीक्षक डॉ. दिलीप सिंह ने कहा कि लोगों को थाली दिया जाता है, लेकिन मरीज लेकर भाग जाते हैं. उन्होंने कहा कि एएनएम स्कूल कचरा जैसे भवन में संचालित किया जा रहा है. इसको लेकर उन्होंने जीएनएम का जो भवन खाली पड़ा है, वर्तमान में उसमें संचालित करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान संयुक्त सचिव पंकज शर्मा, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एसके सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी, डीडीसी, अधीक्षक डॉ. दिलीप सिंह, सिविल सर्जन डॉ. विजय सिंह,गढ़वा सिविल सर्जन डॉ. अनिल सिंह, डॉक्टर आरके रंजन, डॉक्टर संजय कुमार, डीपीएम दीपक कुमार एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.
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