Ranchi : एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति के पिछले 48 दिनों से आंदोलन पर है. 20 माह का बकाया वेतन, ठेका मजदूरों की नियम सम्मत हाजिरी और उनका स्थाईकरण, कार्य परिसर में मजदूरों-कर्मचारियों की बुनियादी जरूरतों की सुचारू आपूर्ति जैसे विभिन्न मांगों के साथ एचईसी कर्मियों ने एचईसी मुख्यालय के सामने आंदोनल शुरू किया और प्लांट में न जाने का फैसला किया. लेकिन सोमवार को लगभग 50 स्थायी कर्मचारियों ने प्लांट के अंदर प्रवेश किया. वहीं बाकी कर्मचारी और मजदूर आंदोलन पर डटे हुए हैं. यहां बता दें कि जो कर्मचारी प्लांट के अंदर गये थे, उनके बाहर आते ही एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति ने विरोध में गांधीगी स्टाइल में फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
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बीएमएस करवा रहा आंदोलन समाप्त करने की कोशिश
मुख्यालय के बाहर आंदोलन कर रहे कर्मचारियों में चर्चा हो रही है कि बीएमएस आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है. एचएमटीपी प्लांट में बीएमएस के लोगों ने प्रवेश किया. वहीं उनके कहने पर ही कुछ लोग प्लांट के अंदर गए. कर्मचारियों में ये भी चर्चा हो रही है कि बीएमएस ये सब रांची सांसद संजय सेठ के कहने पर कर रहा है. क्योंकि संजय सेठ को बीजेपी से दोबारा रांची लोकसभा का टिकट मिल गया है, और कुछ दिनों पहले ही एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति के बैनर तले मजूदरों ने बीजपी के कार्यालय का घेराव किया था. इसलिए वो जल्द एचईसी के आंदोलन को समाप्त करवाना चाह रहे हैं. एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि जो लोग प्लांट में गए हैं, उन्हें भगवान सदबुद्धि दे और वो समय रहते आंदोलन में दोबारा शामिल हों. उनका कहना है, जब तक प्रबंधन लिखित रूप में उनकी मांगों को नहीं मानता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
आज हड़ताल समाप्त हो गया – हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनीयन
हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनीयन के महामंत्री सह इन्टक के वरीय राष्ट्रीय सचिव राणासंग्राम सिंह ने कहा कि जो भी कामगार भाई मेरे अनुरोध पर और एचईसी के हित में आज ड्यूटी ज्वाइन किये हैं, हम उनको बधाई देते हुए प्रशंसा करते हैं कि जो कंपनी को बचाने के लिए और अपनी रोजी रोटी की रक्षा के लिए काम पर गये. भारत सरकार ने बार-बार कहा कि एचईसी को कोई बाहरी सहायता नहीं मिलेगी, हम कमाएंगे तभी वेतन मिलेगा. इसके लिए कारखाना को चलाना होगा. प्रबंधन और मान्यता प्राप्त यूनियन बार-बार कह रही है कि कारखाने और कार्यालय को कम से कम एक माह के लिए खोलें. कम्पनी कमा के वेतन देगी और सप्लाई कामगारों की नौकरी भी सुरक्षित रहेगी. 42 करोड़ के कार्यादेश का इनपुट कंपनी के पास है. सरकार का दबाव कंपनी पर है कि No Worke No Pay का आदेश प्रबंधन को निर्गत करे, जिससे कंपनी ने अपनी अपील को आज फिर से प्रकाशित किया है. वेतन के लिए वेतन कटाना कहां न्यायोचित है. जो अधिकारी हड़ताल को बढ़ावा दे रहे थे, उन्हें समय कभी माफ नहीं करेगा और समय उन्हें उद्योगद्रोही कहेगा.
लगभग 2700 कर्मी हैं एचईसी में
एचईसी के तीन प्लांटों में मजदूर हेवी मशीन टूल्स प्लांट (एचएमटीपी), हेवी मशीन बिल्डिंग प्लांट (एचएमबीपी) और फाउंड्री फोर्ज प्लांट (एफएफपी) में 2780 कर्मी हैं. इनमें से 500 अफसर, 28 सुपरवाइजर, 625 कामगार (स्थायी) हैं. वहीं 1627 कामगार अस्थायी हैं, जिनका अगस्त माह में कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो चुका है. अपनी मांगों को लेकर श्रमिक संगठनों ने एक मंच पर आकर आंदोलन शुरू किया. इस आंदोलन में बीएमएस के समर्थक बाहर से समर्थन कर रहे हैं. अभी एक मंच पर हटिया मजदूर कामगार यूनियन, हटिया मजदूर यूनियन, हटिया लोक मंच, एचईसी श्रमिक संघर्ष यूनियन, हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन और एचईसी ऑफिसर्स एसोसिएशन शामिल हैं.
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