Ranchi: कांके अंचल में जुमार नदी को भरकर रिवर व्यू प्रोजेक्ट पर नकेल कसने के बाद अब हेहल मामले में भी रांची जिला प्रशासन सख्त होता दिख रहा है. हेहल अंचल के बजरा के खाता नंबर 119 की जमीन पर लगातार…. जमीन कब्जे का काम चल रहा है. लगातार… ने सबसे पहले इस खबर को प्रकाशित किया. लगातार…की खबरों का अब असर हो रहा है.
रांची के डीसी छवि रंजन ने रांची एसडीएम समीरा एस. को निर्देश दिया है कि वे अगले 48 घंटे में मामले पर पूरी रिपोर्ट उन्हें सौंपे. अब एसडीएम रांची इस बात की जांच करेंगी कि जब खाता नंबर 119 के प्लॉट नंबर 336 पर धारा 144 लगी थी, उस वक्त जमीन पर कौन-कौन आये और किस तरह से काम हुआ.
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सीनियर अफसरों का फोन रिसीव नहीं कर रहे हेहल सीओ
इधर हेहल जमीन का मामला गरमाने के बाद हेहल सीओ सामने आने से बच रहे है. मीडिया में खबर चलने के बाद जब भी किसी तरह की कोई जानकारी के लिए हेहल सीओ दिलीप कुमार को फोन किया जाता है, तो वे फोन रिसीव नहीं करते हैं. सीनियर अधिकारियों ने इस बात की शिकायत भी की है. जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि हेहल जमीन मामले में सीओ की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं की जा रही है. वे न फोन उठाते हैं और न ही मैसेज का जवाब देते हैं. ऐसे में हेहल की जमीन पर हो रहे कब्जे को रोक पाने में काफी मुश्किल हो रही है.
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धारा 144 लगने के बाद शुरू हुआ बाउंड्री वॉल का काम
अमूमन देखा जाता है कि जिस जमीन पर एसडीएम की तरफ से धारा 144 लगा दी जाती है, तो उस जमीन पर यथास्थिति लागू हो जाती है. किसी तरह का काम नहीं होता है. लेकिन इस जमीन के मामले में ऐसा नहीं हुआ. हेहल अंचल के पंडरा थाना प्रभारी ने खाता 119 की प्लॉट संख्या 336 (19.50 एकड़) पर हो रहे विवाद के बारे में रांची एसडीएम को लिखा.
थाना प्रभारी ने लिखा कि विवादित भूमि को लेकर कभी भी दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ सकता है. शांति व्यवस्था भंग हो सकती है. इसे आधार मानते हुए रांची सदर के एसडीएम ने जमीन पर धारा 144 लगा दी. एसडीएम ने इस जमीन पर 60 दिनों के लिए धारा 144 लगायी और इन्हीं 60 दिनों में कमाल यह हुआ कि धारा 144 लगते ही उस जमीन पर माफिया का कब्जा होना शुरू हो गया. ऊंची-ऊंची बाउंड्री वॉल बननी शुरू हो गयी. वहां धारा 144 लागू रहते ही जमीन की रजिस्ट्री और म्यूटेशन दोनों हो गया.