Rahul Kumar
Ranchi : अरगोड़ा को राजधानी के पॉश एरिया में एक स्थान दिया जाता है. राजधानी में रहने वाला हर कोई अरगोड़ा में घर का सपना संजोता है. लेकिन यहां के कुछ स्थानों को छोड़ दिया जाये तो वास्तविक स्थिती ठीक नहीं है. इलाके में डोर-टू-डोर कचरे का उठाव बंद है. जिसके कारण पूरे अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी इलाके से कचरा नहीं उठ पा रहा है. इसका असर सड़कों और गलियों में देखने को मिल रहा है.
हर गली, सड़क पर कचरे का अंबार दिख रहा है. लेकिन नगर निगम के किसी भी अधिकारी को इससे कोई सरोकार नहीं है. घरों से कचरा नहीं उठने के कारण लोगों ने सड़कों पर कचरा फेंकना शुरू कर दिया है.
इसे भी पढ़ें – राजधानी में नरक-8: वार्ड 45 की सफाई है भगवान भरोसे,सालभर पहले टूटी थी निगम की नींद
वार्ड 36 का बड़ा है क्षेत्रफल
वार्ड 36 की गिनती बड़ी आबादी वाले इलाकों में होती है. और इसी वार्ड में अरगोड़ा हाउसिंग का इलाका आता है. लेकिन यहां की सड़कें और नालियों की हालत दयनीय है. इस वार्ड की जनसंख्या 0735 हजार है, इस वार्ड में डिबडीह, एसपी कॉलोनी, हरमू हाउसिंग कॉलोनी का एरिया , लाला लाजपत राय स्कूल, पुंदाग, न्यु पुंदाग, सेल सिटी से होते हुए अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ रोड, अरगोड़ा चौक से बाईपास रोड में डिबडीह पुल के नीचे रेलवे लाइन का एरिया इस वार्ड में आता है. लेकिन मूलभूत सुविधायें भी इस इलाके को मयस्सर नहीं हैं.
इसे भी पढ़ें – राजधानी में नरक-7: वार्ड 8 में सफाईकर्मियों के दर्शन हैं दुर्लभ, नालियों में भरी रहती है गंदगी
सफाई के दावे हैं फेल
सफाई के सभी दावे इस इस जगह पर आकर फेल हो जा रहे हैं. जगह-जगह कचरे का अंबार लगा है. नालियों का हाल देखकर ही अंदाजा लगाया सकता है कि सफाई होती ही नहीं है. इस वजह से स्थानीय लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है. इलाके में फैले दुर्गंध से लोगों का जीना मुश्किल है.
इसे भी पढ़ें – राजधानी में नरक-6: वार्ड 14 के भठ्ठी टोली में बजबजा रही हैं नालियां, गंदे पानी से होकर गुजरते हैं लोग
अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी की सफाई है भगवान भरोसे
कॉलोनी में रह रहे विजय मित्र बताते हैं कि सबसे बड़ी समस्या यहां की यह पुल है. साफ-सफाई की यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है. नगर निगम का कोई सफाई कर्मचारी यहां झांकने भी नहीं आता है. कहा कि हमलोग ही यहां की साफ-सफाई करते हैं.
वहीं कॉलोनी के ही विष्णु कहते हैं कि इस मोहल्ले में साफ-सफाई के लिए नगर निगम से कोई नहीं आता है. साथ ही बारिश के समय तीन महीने पुल से लेकर रोड पर पानी भर जाता है. जिससे कहीं भी आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
इसे भी पढ़ें – राजधानी में नरक-5: वार्ड 35 की बजरा बड़का टोली में रास्ते पर बहता है नाली का पानी