Ranchi : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार के बजट को अदूरदर्शी, अपारदर्शी, हवा-हवाई और विकास विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि इस बजट ने राज्य के युवाओं, किसानों, महिलाओं और गरीबों को निराश किया है. बजट में अगर कुछ उम्मीद की किरण है तो वह केंद्रीय सहायता से चलने वाली योजनाएं. जिनका इस सरकार ने बड़ी चालाकी से नाम बदलकर अपनी पीठ थपथपाने की कोशिश की है. इस सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि का नाम बदलकर क्रेडिट लेने की कोशिश की है.
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माल महाराज का मिर्जा खेले होली वाली कहावत चरितार्थ
दीपक प्रकाश ने कहा कि बजट में राज्य के ज्वलंत मुद्दे बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, ग्रामीण विकास, विधि व्यवस्था के साथ औद्योगिक विकास, लघु कुटीर उद्योग के विकास पर कोई सार्थक पहल नहीं की गई है. एक तरफ यह सरकार लगातार केंद्र सरकार को दोष देती है, जबकि बजट में किये गए अधिकांश प्रावधान केंद्रीय सहायता से ही पूरे होने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में माल महाराज के मिर्जा खेले होली की कहावत ही चरितार्थ हो रही.
पुरानी घोषणाओं को भी धरातल पर नहीं उतार सकी सरकार
सांसद ने कहा कि सरकार पुरानी घोषणाओं को भी धरातल पर नहीं उतार सकी. बेरोजगारों के भत्ते का क्या हुआ. किसानों की ऋण माफी, एमएसपी पर धान खरीद जैसी योजनाएं धरी रह गईं. कोविड पर भारत की सफलता बड़ी उपलब्धि है. पूरा विश्व देश के वैज्ञानिकों को इसका श्रेय दे रहा है, लेकिन यहां वित्तमंत्री ने इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वित्तीय कुप्रबंधन की शिकार है. बजट राशि खर्च करने में अक्षम सरकार ने केंद्र को दोष देने में ही समय गंवा दिया.
आंकड़ों में सिमटने वाला बजट है : बाबूलाल मरांडी
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड का यह बजट आंकड़ों में सिमटने वाला बजट है. युवावर्ग के लिए यह बजट अत्यंत निराशाजनक है. वित्तमंत्री ने बड़ी ही चतुराई से जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है, रोजगार और नौकरी की आस लगाए लाखों युवाओं को बजट से निराशा के अलावा कुछ नहीं मिलने वाला.
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