Ranchi: केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत झारखंड में 1008 आवास बनेंगे. 2021 में यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले मकान भूकंपरोधी होंगे. जो विशेष तकनीक से बनाए जाएंगे. जिससे निर्माण पर कम खर्च आएगा.
इस प्रोजेक्ट का 1 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन शिलान्यास करेंगे. इस अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सांसद संजय सेठ, महापौर आशा लकडा, विधायक नवीन जायसवाल, नगर विकास विभाग के सचिव विनय चौबे सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहेंगे. यह जानकारी नगरीय निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने दी है.
इसे भी पढ़ें- नये साल में कांग्रेस को मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, जानिए किसे मिल सकती है कमान
उन्होंने बताया कि रांची में आनी मौजा के पांच एकड में टावर बनेंगे. दो एकड में अन्य सुविधाएं होंगी. विशेष तकनीक के तहत प्रोजेक्ट मेलों फैक्टरी से बीम-कॉलम और पैनल तैयार कर मौके पर लाया जाएगा. वहीं मकान के बीम, कॉलम और पैनल आदि एक साथ लाकर फिट किया जाएगा. निर्माण में कम से कम पानी का उपयोग होगा. मैन पावर के साथ पानी की भी बचत होगी. जिससे निर्माण की अवधि और लागत कम हो जाएगी. निर्माण कार्य में समय भी कम लगेगा. भारत में पहली बार ऐसी तकनीक का इस्तेमाल होगा. 320 स्क्वायर फिट में एक मकान होगा.
एक बेडरूम के साथ कई सुविधाए मिलेंगी
झारखंड सरकार के कैबिनेट ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट को स्वीकृति पहले ही दे दी है. इस प्रोजेक्ट के तहत प्रदेशभर में अभी 1008 आवासों का निर्माण कराया जाएगा. लाइट हाउस प्रोजेक्ट जी प्लस 8 होगा. इसमें 320 वर्ग फिट क्षेत्रफल में एक बेडरूम, बाथरूम, किचन लिविंग रूम और बालकनी का निर्माण किया जाएगा. प्रधानमंत्री आवास योजना के वर्टिकल थ्री के तहत बेघरों को नई तकनीक पर आधारित वन बेडरूम आवास देने की योजना है.
इसे भी पढ़ें- नव वर्ष पर हुड़दंगियों पर रहेगी पुलिस की पैनी नजर, होगी त्वरित कार्रवाई
लाइट हाउस प्रोजेक्ट में सुविधा के लिए सामुदायिक भवन, पार्क, दुकान, सड़क-बिजली, पानी सीवरेज ड्रेनेज की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही छोटा पार्क भी बनाया जाएगा ताकि बच्चे खेल कूद सके.
बिजली पानी की होगी बचत
लाइट हाउस को इस तरह से डिजाइन किया गया है, भूकंप जैसी घटनाओं में प्रोजेक्ट के तहत बने मकान पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करेंगे. जहां बिजली की खपत काफी कम हो. सूरज की रोशनी पूरे हाउस के अंदर आए. नगर विकास विभाग के नगरीय निदेशालय के निदेशक ने बताया कि इकसा ठेका मुंबई की मेसर्स एसजीसी कंस्ट्रक्शन को मिला है.
इसे भी देखें-