NewDelhi भाजपा की विचारधारा के विरुद्ध गलत नीतियों और गलत रुख का खुले तौर पर विरोध करना जरूरी है, क्योंकि पार्टी फोरम मरणासन्न स्थिति के करीब है. कुछ दोस्त मुझसे पूछते हैं कि जब मैंने मोदी का समर्थन किया था, तो अब मैं निजी तौर पर उनके खिलाफ क्यों हूं. यह सही नहीं है. मैं कभी भी उनके अंधभक्तों और गंधभक्तों की तरह निजी हमले नहीं करता. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा किया गया यह ट्वीट चर्चा में है.
Some friends ask me why having supported Modi, I am now personally against him. That is not correct. I do not ever go personal per se like his ABs and GBs do. Wrong policies & postures which are counter to BJP's ideology have to be debated openly since party forums are moribund.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 26, 2021
पार्टी में स्वामी के खिलाफ विरोध के स्वर उठ चुके है
बता दें कि स्वामी काफी समय से चीन-पाकिस्तान, कोरोना और अर्थव्यवस्था आदि मुद्दों पर मोदी सरकार पर हमले करते रहे हैं. इसे लेकर कई बार पार्टी में स्वामी के खिलाफ विरोध के स्वर उठ चुके है. कुछ भाजपा नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा सुब्रमण्यम स्वामी को भाव नहीं दिये जाने के कारण, वे पीएम पर निशाना साधते हैं. इसी मुद्दे पर शनिवार को ट्वीट कर सुब्रमण्यम स्वामी ने रुख साफ किया है.
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पहले भी मोदी समर्थकों को अंध-गंधभक्त करार दे चुके हैं स्वामी
यह पहली बार नहीं हैं, जब सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी के समर्थकों को विपक्ष के नेताओं की तर्ज पर अंधभक्त या गंधभक्त करार दिया है. वे खुद को ट्रोल किये जाने को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के लिए यह शब्द इस्तेमाल कर चुके हैं. पिछले हफ्ते ही स्वामी ने पीएम मोदी के जी-7 में दिये गये बयान पर सवाल उठाया था, तब कई लोगों ने उन पर जबरदस्त हल्ला बोला था. तब स्वामी ने पलटवार करते हुए कहा था कि उन्होंने सिर्फ सवाल किया था और सारे अंध-गंधभक्त डर गये.
देश में जब कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे थे, तब भी स्वामी ने मोदी सरकार को घेरते हुए पूछा था कि पिछले साल अप्रैल में जब कोरोनावायरस के केस 1 लाख रोजाना आ रहे थे और फिर नवंबर में 10 हजार तक गिर गये, तब इसका अंधभक्तों और गंधभक्तों ने इसका श्रेय किसे दिया था? अब फिर कोरोना के केस फिर से एक लाख के करीब आ चुके है, तो इसका श्रेय कौन लेगा?
केंद्र सरकार को विदेश के मुद्दों से लेकर आंतरिक मसलों पर घेरने वाले स्वामी ने गुरुवार रात को ट्वीट किया, कश्मीरी हिंदू और सिख समुदाय जिन्हें मारा गया, जिनके साथ दुष्कर्म हुआ, जिनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया और आखिरकार जिन्हें कश्मीर छोड़ने पर विवश किया गया. स्वामी ने कहा कि उनके प्रतिनिधियों को कश्मीर पर हुई मीटिंग से अलग रखकर पीएम ने गलत किया.