NewDelhi : डेजर्ट नाइट-2020 अभ्यास के दौरान आज एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने जोधपुर में कहा कि देश में आठ राफेल पहले ही आ चुके हैं, तीन और इस महीने के अंत तक आ जायेंगे. कहा कि ट्रेनिंग के लिए फ्रांस में और राफेल हमारे पास हैं. 2023 तक इंडक्शन पूरा हो जायेगा.
इस अवसर पर भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर एयरफोर्स चीफ ने कहा कि यदि चीनी सेना आक्रामक हो सकती है, तो हम भी आक्रामक हो सकते हैं. उन्होंने यह बयान चीन के LAC पर आक्रामक होने की संभावना पर दिया.
We have started the fifth-generation fighter aircraft programme with DRDO under AMCA aircraft project. We would like to add sixth-generation capabilities in that but we would like to first focus on the fifth-generation fighter aircraft: IAF Chief Air Chief Marshal RKS Bhadauria https://t.co/nihwVCsMll
— ANI (@ANI) January 23, 2021
उन्होंने बिना नाम लिये चीन को कहा कि यदि वे आक्रामक हो सकते हैं, तो हम भी आक्रामक हो सकते हैं. एयरफोर्स चीफ ने यह भी कहा कि 114 राफेल मल्टीरोल लड़ाकू विमान खरीदने की हमारी परियोजना एक गंभीर कंटेंडर है.
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पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान प्रोग्राम की शुरुआत
आरकेएस भदौरिया ने कहा कि हमने AMCA एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट के तहत DRDO के साथ पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान प्रोग्राम की शुरुआत की है. हम इसमें छठी पीढ़ी की क्षमताओं को जोड़ना चाहते हैं, लेकिन हम पहले 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
मालूम हो कि भारत और चीन के बीच LAC पर काफी समय से विवाद चल रहा है. पिछले साल पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी. इसके बाद से ही दोनों देशों में तल्खी जारी है, हालांकि मसला सुलझाने के लिए बातचीत का दौर जारी है. इन सबके बीच भारत ने तेजी से अपनी सैन्य क्षमता का विस्तार करना शुरू किया है. इस कड़ी में हाल ही में फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचे हैं.
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