Ranchi : अपराध की आड़ में कुछ लोग कानून व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं. झारखंड पुलिस कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए संकल्पित है. कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगे. यह बातें डीजीपी एमवी राव ने पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को कही. ओरमांझी युवती हत्याकांड और किशोरगंज उपद्रव मामले में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इसी दौरान ये कहा.
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि सीएम का काफिला रोकने के मामले में 76 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जिनमें 36 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाकी अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जुटी हुई है.
कहा कि घटना में शामिल लोग जल्द कोर्ट में सरेंडर कर दें. वरना पुलिस की कार्रवाई से वे बच नहीं पाएंगे. डीजीपी ने कहा कि कोई भी ताकत हमें काम करने से नहीं रोक सकती हैं. तो ऐसी ताकतें चेत जायें. डीजीपी ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि निर्दोष की गिरफ्तारी हुई है. तो हम उनको सबूत देने को तैयार है कि गिरफ्तारी क्यों हुई है.
हम वो सबूत कोर्ट भी पेश करेंगे. कुछ लोग ये कहते हैं कि सर ये तो बच्चे हैं. आप उनको पकड़िये जिन्होंने इन बच्चों का उपयोग किया. दंगा भड़काने के लिए उन्हें गुमराह किया. मैं उन अभिभावकों से एक ही बात कहता हूं, उनका बच्चा बताये कि कौन उनका उपयोग कर रहा है. किसने उन्हें उकसाया, दंगा भड़काने के लिए उसका नाम बताये. हम उन्हें छोड़ देंगे.
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कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगे
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी एमवी राव ने मीडिया को संबोधित करते हुए अपराधियों के हाथ पैर तोड़ने वाले बयान पर राजनीति करने वालों को दो टूक जवाब दिया. डीजीपी ने ऐसे लोगों से पूछा कि अपराध करने वालों के हाथ-पैर नहीं तोड़ेंगे तो क्या उन्हें माला पहनाएंगे. डीजीपी ने कहां कि हम फूल माला पहनाकर, हाथ जोड़कर काम करने के लिए नहीं आये हैं.
हम कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगे. डीजीपी ने कहा कि ओरमांझी कांड के बाद पुलिस का मनोबल तोड़ने के लिए बहुत कुछ बोला गया. कार्रवाई रोकने की भी कोशिश की गयी.
अपराधी और उग्रवादी के पैसा निवेश करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि अपराधी और उग्रवादी पर पैसा निवेश करने वालों पर भी कार्रवाई होगी. झारखंड पुलिस की कार्रवाई से राज्य में माफियागिरी बंद हुई है. व्यवसायियों को लेवी या फिरौती के लिए धमकाने वालों पर नकेल कसने के लिए कठोर कार्रवाई का आदेश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि व्यवसायी शांति से अपना काम करते रहें. ऐसे माफियाओं को जिन सफेदपोशों का संरक्षण है, उनकी पहचान हो गयी है. हम ऐसे सफेदपोशों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं.
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दुष्कर्म के सभी कांडों में हुए हैं मामले दर्ज
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान राज्य में जितने भी दुष्कर्म की घटनाएं दर्ज हुई हैं. सभी में मामले दर्ज हुए हैं. डीजीपी ने कहा कि जहां महिला का शव मिलता है, वहां रेप हुआ है. ये मान लेना सही नहीं है. पुलिस हर एंगल से जांच करती है. सिर्फ एक एंगल से जांच नहीं होती. पुलिस अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभा रही है.
सोशल मीडिया पर जहर फैलाने वाले सुपारी किलर के समान.
एमवी राव ने कहा कि सोशल मीडिया में जहर फैलाने वाले और सुपारी किलर में फर्क नहीं होता है. दोनों रुपये लेकर समाज को दूषित करते हैं. सोशल मीडिया पर जहर फैलाने वाले सुपारी किलर के समान होते हैं. डीजीपी ने कहा कि अगर लोग अपराध के बाद तोड़फोड़ करेंगे, विधि व्यवस्था का संकट उत्पन्न करेंगे, तो पुलिस का मनोबल टूटेगा.
वो कांड सुलझाने पर ध्यान देगी या दंगा से निपटने में लगेगी. एमवी राव ने कहा कि अपराध की आड़ में आतंक फैलाने, विधि व्यवस्था पर खतरा बनने वालों के साथ ना जाए. इससे अपराध बढ़ता है. समाज को नुकसान पहुंचता है.
जस्टिस फॉर रांची निर्भया’ लिखने वालों को नोटिस
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि हर मामला रेप का नहीं होता है. सोशल मीडिया पर ओरमांझी की घटना को लेकर कुछ लोग ‘जस्टिस फॉर रांची निर्भया’ लिखकर अभियान चला रहे थे. जस्टिस फॉर रांची निर्भया लिखने वाले बुद्धजीवियों को रांची पुलिस ने नोटिस भेजा है.
और पूछा गया है कि आप इतना कॉन्फिडेंस के साथ उन्हें निर्भया बता रहे हैं, तो कोई ना कोई सबूत तो होगा ही आपके पास. आप पुलिस को बतायें कि आपने किस एवज में उन्हें ‘निर्भया’ बताया.
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थाना स्तर पर जनसम्पर्क अभियान चलाने का निर्देश दिया है
डीजीपी ने कहा कि सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि वे जनता से नुक्कड़ आदि के माध्यम से जुड़ें. हर एक पुलिसकर्मी कम से कम 50 लोगों से जुड़े और उनसे संवाद करें. उनके संपर्क में रहें.
ओरमांझी हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस अधिकारी होंगे सम्मानित
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि ओरमांझी युवती हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने वाले पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जायेगा. जिन पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा. उसमें – आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा, एसएसपी रांची सुरेंद्र कुमार झा, ग्रामीण एसपी रांची नौसाद आलम, डीएसपी हेडक्वार्टर 1 नीरज कुमार, डीएसपी सिल्ली चंद्रशेखर आजाद, डीएसपी खलारी मनोज कुमार डीएसपी साइबर यशोधरा कुमारी, ओरमांझी थाना प्रभारी और इंस्पेक्टर असित कुमार मोदी शामिल हैं.
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