Hazaribagh : जिले के बड़कागांव और चरही थाना क्षेत्र में अवैध कोयले का कारोबार रुक-रुककर या फिर एक-दो दिन रुककर जारी है. ताकि सबको ऐसा लगे कि इस अवैध कारोबार में जिम्मेदार अफसरों की कोई सहभागिता नहीं है. लेकिन सच इससे परे है. इस बार तो जिम्मेदारों ने एडवांस में ही अपनी कमाई वसूल ली है. इस कारोबार में सरफराज, ऋषि, इकरामुल, गोविंद, जाहिद, मुस्ताक, मोहसिन नाम के व्यक्तियों के शामिल होने की चर्चा है. हालांकि यह नाम असली है या नकली, इस बात पर संदेह है.
बासाडीह स्थित कोयला डिपो में डंप होता है कोयला
अवैध कोयले का खनन बड़कागांव थाना क्षेत्र के कोंसी, तिलैया और सहेदा में होता है. फिर इसे ट्रैक्टर में लोड कर बासाडीह स्थित कोयला डिपो में गिराया जाता है. यहां पर प्रतिदिन 50 से 60 ट्रैक्टर कोयला गिराया जाता है. इसके अलावा चरही कोयला साइडिंग से भी कोयला बासाडीह के डिपो में गिराया जाता है. फिर इसे ट्रक में लोडकर मंडी में भेजा जाता है.
अवैध कोयले के खिलाफ छापेमारी करने वाले डीएफओ का हो गया तबादला
हजारीबाग पश्चिम क्षेत्र के तत्कालीन डीएफओ ने पिछले कई महीनों से अवैध कोयला खनन के खिलाफ लगातार छापेमारी की थी. हालांकि बीते दिन उनका तबादला हो गया. जिसके बाद अवैध कोयला खनन में और तेजी आ गयी है. कोयला चोरी रोकने के जिम्मेदार अधिकांश अफसरों को इसकी जानकारी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.