LagatarDesk : केंद्र सरकार ने आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास को लेकर बड़ा फैसला लिया है. दरअसल सरकार ने शक्तिकांत दास का कार्यकाल 3 साल के लिए बढ़ा दिया है. यानी अब शक्तिकांत दिसंबर 2024 तक आरबीआई के गवर्नर बने रहेंगे. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने गुरुवार देर रात इस फैसले को मंजूरी दी. सरकार ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा है कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए यानी दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया गया है. उनका री-अपॉइंटमेंट 10 दिसंबर से या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगा.
10 दिसंबर 2021 को खत्म हो रहा था दास का कार्यकाल
बता दें कि शक्तिकांत दास पहले वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव थे. उन्हें 11 दिसंबर 2018 को आरबीआई के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था. दास का कार्यकाल 10 दिसंबर 2021 को खत्म हो रहा था. बता दें कि आरबीआई एक्ट के तहत कैबिनेट की नियुक्ति समिति गर्वनर के कार्यकाल बढ़ाने पर फैसला ले सकती है. लेकिन यह अवधि 5 साल से ज्यादा नहीं हो सकती है. हालांकि, सरकार चाहे तो किसी को लगातार दूसरी बार आरबीआई गवर्नर पद पर नियुक्त कर सकती है.
इसे भी पढ़े : भारी गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 770 अंक टूटा, निफ्टी भी 18 हजार से फिसला
अर्थव्यवस्था के ग्रोथ में मिल सकती है मदद
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हुआ है. शक्तिकांत दास के नेतृत्व में कोरोना काल में केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कमी और विकास का समर्थन करने और सबसे खराब दौर में लिक्विडिटी बनाये रखने का प्रयास किया. ऐसे में सरकार का यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है. शक्तिकांत दास का इस पद पर बने रहने से अर्थव्यवस्था के ग्रोथ में मदद मिल सकती है.
इसे भी पढ़े : ईंधनों के बढ़ते दामों से जनता त्रस्त, बालाघाट में पेट्रोल 120,रांची में पेट्रोल-डीजल 102 के पार
उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद दास बने थे आरबीआई के गवर्नर
उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद शक्तिकांत दास आरबीआई गवर्नर बने. 26 फरवरी 1957 को जन्मे शक्तिकांत दास ने इतिहास से दिल्ली के St. Stephen’s College से एमए की डिग्री हासिल की है. वे तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान शक्तिकांत दास को भारत के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता था. इससे पहले दास ने भारत के आर्थिक मामलों के सचिव, भारत के राजस्व सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में भी काम किया है.
इसे भी पढ़े : अब Meta नाम से जाना जायेगा Facebook, मार्क जकरबर्ग ने किया कंपनी का रीब्रांड