Ranchi: प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (पासवा) की ओर से बुधवार को 12वें शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन एसडीसी सभागार में राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद की अध्यक्षता में किया गया. श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने उद्घाटन किया. वहीं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया. कार्यक्रम में झारखंड के 24 जिलों के करीब 50 से ज्यादा स्कूलों के 890 शिक्षकों को शिक्षा और समाज में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया. मौके पर सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि निजी विद्यालयों के उत्कृष्ट कार्य भुलाये नहीं जा सकते. उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों की जो समस्याएं हैं, उन्हें दूर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आज जो झारखंड की शिक्षा बेहतर है उसमें निजी विद्यालयों का भी रोल अहम है.
उन्होंने कहा कि पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने बिहार/झारखंड के नीजि विद्यालयों का एक मजबूत संगठन बनाया है, जो सराहनीय है और इनके माध्यम से विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है जो और भी सराहनीय है. राष्ट्रीय अध्यक्ष, सैयद शमायल अहमद ने मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग किया कि पिछली सरकार ने जो नीजि स्कूलों को जमीन की बाध्यता लगाई है उसे खत्म किया जाए. नीजि स्कूलों को अगर जमीन की बाध्यता खत्म न गई तो शिक्षा जगत में गिरावट आ जायेगी. विशिष्ट अतिथि राजेश सिन्हा सन्नी ने संस्था के कार्य को सराहा. पासवा के राज्य महासचिव मसूद कच्छी ने भी अपने विचार रखा. मौके पर निशा भगत उपाध्यक्ष पासवा, मुमताज आलम, वर्किंग अध्यक्ष मास्टर उस्मान, तौफीक हुसैन, बीएनपी बरनवाल,प्रदीप कुमार, गौतम, ग्यासुद्दीन, हुसैन अंसारी, साबिर हुसैन आदि शामिल थे.
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