New Delhi : नयी दिल्ली में गुरुवार की देर शाम को जम्मू-कश्मीर पर आठ दलों के 14 नेताओं (गुपकार) के साथ मीटिंग खत्म हुई. पीएम आवास में बैठक हुई. इसमें नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से दिल्ली और दिल की दूरी कम होगी. उन्होंने परिसीमन के बाद जल्द विधानसभा चुनाव कराए जाने की बात भी कही और नेताओं से ये भी कहा कि वे इस प्रक्रिया में शामिल हों. पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक मतभेद होंगे, लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी के लिए सेफ्टी और सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत है.
गुलाम नबी आजाद ने रखीं पांच मांगें
कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आजाद ने बताया कि हमने 5 बड़ी मांगें सरकार के सामने रखी हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जल्दी दिये जाने, विधानसभा चुनाव तुरंत कराने, कश्मीरियों की जमीन की गारंटी और रोजगार की सुविधा उनके पास रहने की गारंटी देने, कश्मीरी पंडितों को वापस लाया जाए और उनका पुनर्वास कराया जाए, 5 अगस्त को राज्य के दो हिस्से किए थे, इसका विरोध भी जताया गया.
बैठक में ये रहे शामिल
बैठक में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत गुपकार अलायंस के बड़े नेता भी मौजूद थे. इनके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी बैठक में शामिल हुए.
अमित शाह ने किया ट्वीट- पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए परिसीमन जरूरी
वहीं बैठक खत्म होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर है कि पूर्ण राज्य का दर्जा के लिए परिसीमन जरूरी है.
We are committed to ensure all round development of J&K.
The future of Jammu and Kashmir was discussed and the delimitation exercise and peaceful elections are important milestones in restoring statehood as promised in parliament.
— Amit Shah (@AmitShah) June 24, 2021
प्रधानमंत्रीजी ने भरोसा दिलाया – हम जम्मू-कश्मीर के विकास पर काम करेंगे
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा नेता कवींदर गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मामलों पर विस्तार से चर्चा हुई है. लगता ऐसा है कि परिसीमन के बाद जल्द ही चुनाव कराए जाएंगे. सभी नेता सामान्य तरीके से चुनाव चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास पर काम करेंगे. प्रधानमंत्री ने कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर भी पूरा भरोसा नेताओं को दिलाया है.
चुनाव आयोग की भी बैठक हुई
बैठक में जम्मू-कश्मीर से राजनीतिक गतिरोध खत्म करने और चुनाव कराने का रोडमैप तैयार किया गया है. इस बैठक से पहले चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर के सभी 20 उपायुक्तों से विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्गठन और 7 नई सीटें बनाने पर भी विचार-विमर्श किया है. इससे तीन घंटे पहले गृह मंत्री अमित शाह पीएम मोदी के घर पहुंचे और कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की. वहीं, कश्मीर के नेताओं के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की पार्टी मुख्यालय पर अहम मीटिंग हुई. इस बैठक में रविन्द्र रैना, कवींद्र गुप्ता, निर्मल सिंह और मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल हुए थे.