Mumbai : महाराष्ट्र में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासी पारा चरम पर है. खबर है कि आज शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुंबई सहित राज्य में 1,000 स्थानों पर प्रदर्शन किया. ओबीसी आरक्षण के समर्थन में उतरे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नागपुर में प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया गया है. उनके साथ ही कुछ कार्यकर्ताओं को बस में बैठा कर वहां से ले जाया गया.
बस में पूर्व सीएम और उनके समर्थक ओबीसी आरक्षण के संबंध में नारेबाजी करते रहे. भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मंत्री गिरीश महाजन और विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने इस मामले को लेकर मुंबई में राज्य सचिवालय ‘मंत्रालय’ के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है. भाजपा का आरोप है कि एमवीए सरकार की निष्क्रियता के कारण यह आरक्षण रद्द हुआ.
महाराष्ट्र: ओबीसी आरक्षण के समर्थन में नागपुर में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। pic.twitter.com/M1JHhu48JQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
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महाराष्ट्र निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण घटाकर कम कर दिया गया है
जान लें कि महाराष्ट्र में निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण घटाकर कम कर दिया गया है. भाजपा इसके विरोध में उतर गयी है. बताया गया कि गुरुवार को मुंबई में हुई भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और सदन में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया था कि अगर प्रस्तावित पांच जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव आगे नहीं बढ़ाये गये, तो पार्टी हर सीट पर सिर्फ ओबीसी चेहरा उतारेगी.
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राज्य सरकार को पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करना चाहिए : देवेंद्र फडणवीस
सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग(OBC) के लिए आरक्षण पर अपना फैसला सुनाते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में निकाय चुनाव में कुल सीटों पर 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं किया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि ओबीसी को 27 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता. देवेंद्र फडणवीस का आरोप है कि राज्य सरकार ने कोर्ट में ठीक से जानकारी नहीं दी. राज्य सरकार को पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करना चाहिए.
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आरक्षण रद्द किये जाने के मुद्दे ने माहौल गर्म कर दिया
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में OBC आरक्षण रद्द किये जाने के मुद्दे ने राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है.. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के ऐलान के बाद आज पूरे राज्य में 1,000 स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रोटेस्ट किया. ठाणे, मुंबई, नागपुर, पुणे, औरंगाबाद, सोलापुर समेत राज्य के कई स्थानों में चक्का जाम किया गया है. भाजपा के प्रोटेस्ट को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. जानकारी के अनुसार ठाणे में हंगामा कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.
वसई में भाजपा नेता प्रसाद लाड, वसई विरार शहर जिलाध्यक्ष, राजन नाइक के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता डॉ बाबा साहेब अंबेडकर चौक पर और सांसद रामदास टाडास, जिलाध्यक्ष शिरीष गोडे के नेतृत्व में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता शहर के बजाज चौक पर चक्का जाम कर रहे हैं. नासिक में भाजपा कार्यकर्ता मुंबई-आगरा हाईवे पर बैठ कर प्रोटेस्ट कर रहे हैं. यहां पुलिस के साथ झड़प होने की खबर है. इस क्रम में मुंबई का मुलुंड चेकनाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सैंकड़ों पुलिसकर्मियों को वहां तैनात किया गया है.
SC ने कहा-50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकता आरक्षण
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के जिला परिषद कानून के आर्टिकल 12 को रद्द करते हुए स्पष्ट किया था कि जनसंख्या के हिसाब से आरक्षण की व्यवस्था तय की है. कहा कि किसी भी सूरत में 50 फीसदी से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया था कि OBC को 27% से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता, इस संवैधानिक सीमा का पालन करते हुए जिला परिषद में चुनाव करवाये जायें. बता दें कि आरक्षण रद्द करने के सुप्रीम फैसले के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पुनर्विचार याचिका कोर्ट में दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने उसे भी रद्द कर दिया.