Patna: बिहार की राजधानी पटना में बालू संकट और कालाबाजारी के साथ अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ धावा दल ने कार्रवाई तेज कर दी है. गुरुवार को बालू बिक्री वाले 18 अनुज्ञप्तिधारी के स्थलों की जांच में सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला. जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने सभी बिक्री स्थलों पर 24 घंटे में कैमरा और बैनर लगाने का निर्देश दिया है. धावा दल ने लहलादपुर, जनपारा, जलपुरा, कटारी, बिर्धौर निसरपुरा, मोहनपुर परेव, छिलका टोला का निरीक्षण कर डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है. बालू संकट दूर करने के लिए पट्टाधारी द्वारा जमा किए गए बालू की 18 जगहों पर बिक्री शुरू कर दी गई है. खनन विभाग ने प्रपत्र (के) लाइसेंसधारी को सरकारी दर पर बेचने के लिए यूजर आइडी और पासवर्ड भी दे दिया गया है. भंडारण स्थल पर कोई भी ग्राहक 100 घनफीट बालू अब 4027 रुपये में ले सकते हैं. हालांकि, बालू की लदाई के लिए 300 रुपये और लाइसेंसधारी का कमिशन पांच फीसद की दर से 201 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना होगा.
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बालू विक्रेताओं के लिए नियमावली तैयार
भंडारण स्थल से ढुलाई खर्च दूरी के अनुसार प्रति किलोमीटर 35 रुपये निर्धारित किया गया है. खनन विभाग ने पटना के खनन पट्टेदार ब्राडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 31 जगहों पर भंडारित करीब 1.29 करोड़ घनफीट बालू जब्त की थी. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जिला स्तरीय पदाधिकारियों की टीम से बालू के मूल्यांकन के बाद सरकारी दर 4027 रुपये प्रति 100 घनफीट की दर से करीब 52.17 करोड़ रुपये आंकी है. खनन विभाग के निर्देश पर 31 भंडारण स्थलों में 18 जगहों पर मौजूद करीब 97.75 लाख घनफीट बालू बंदोबस्त कर दिया गया है. अब तक बंदोबस्त बालू की कीमत की करीब 50 फीसद राशि करीब 14.87 करोड़ रुपये अग्रिम खनन विभाग लाइसेंसी से जमा करा लिया है. शेष राशि जमा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है.
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