Ranchi : डोरंडा स्थित इस्पात भवन में आरडीसीआईएस सेल रांची में नई स्वचालित एक्स रे डिफ्रेक्टोमीटर (एक्सआरडी.) प्रणाली का उद्घाटन किया गया. इसका उदघाटन आरडीसीआईएस के कार्यपालक निदेशक अजय अरोरा ने किया. इस अवसर पर केन्द्र के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें – भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हुई बढ़ोतरी, फॉरेन करेंसी एसेट्स भी बढ़ा
उपयोग लौह एवं इस्पात उद्योग के लिए किया जाएगा
नई स्वचालित एक्स रे डिफ्रेक्टोमीटर का उपयोग लौह एवं इस्पात उद्योग के लिए किया जाएगा. जापान के एक विख्यात निर्माता कंपनी के तैयार किए इस स्वचालित कंप्यूटर नियंत्रित एक्सआरडी सिस्टम से लौह एवं इस्पात उत्पादन में अति उपयोगी साबित होगी. इन चीजों के उत्पादन में तो वृद्धि होगी ही बल्कि इन धातुओं के गुणवत्ता में भी अंतर्राष्ट्रीय मानकों को अनुकूल सुधार होगा.
इसे भी पढ़ें –हजारीबाग : कुत्ते को लगी चोट से मालकिन को आया गुस्सा, नाबालिग बच्चियों का ब्लेड से काटा हाथ, अस्पताल में भर्ती
इसका लाभ धातुकर्मी शोध संस्थान उठा सकते हैं
इसका लाभ इस क्षेत्र के कच्चे माल अर्थात लौह अयस्क एवं अन्य खनिज उत्पादक, रिफ्रैक्टरी उत्पादक, इस्पात संयंत्र एवं अन्य धातुकर्मी शोध संस्थान उठा सकते हैं. यह उच्च तापमान के मानक यंत्रों से सुसज्जित है. इसमें 1,500 डिग्री सेल्सियस तक खनिज पदार्थ की गणना की जा सकती है. यह प्रणाली कुछ अनूठे आयामों से लबरेज़ है. जिससे इसे एक राष्ट्रीय धरोहर की संज्ञा दी जा सकती है. इनमें स्लैग एवं रिफ्रैक्टरी पदार्थों में क्रिस्टलीय पहचान एवं उनके चुनिंदे लक्षणों का चित्रण भी किया जा सकता है. इसके अलावा यह उपकरण अपशिष्ट प्रबंधन एवं पुनर्चक्रण के क्षेत्र में भी काफी उपयोगी होगा.
इसे भी पढ़ें –प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा की, ओरकांडी मंदिर भी जायेंगे