Abhilasha Shahdeo
LagatarDesk: पिछले कुछ दिनों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा बहुत सारे प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की गई. इस वक्त कोरोना महामारी काफी तेजी से फैल रहा है. बहुत सारे जगहों पर कोरोना सुपरवेभ का दूसरा चरण भी खत्म हो चुका है और इस वक्त इस प्रोत्साहन पैकेज का ऐलान करने से भारत की अर्थव्यवस्था सुधरे या ना सुधरे लेकिन देश में कोरोना जरुर फैलेगा.
वित्त मंत्री द्वारा पिछले दिनों प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की वे इस प्रकार थे :
- 2 करोड़ रुपये तक के घरों की खरीद पर इनकम टैक्स में Tax Benefit मिलेगा.
- आत्मनिर्भर भारत 3.0 के अंतर्गत जो फैक्टरी ज्यादा प्रोडकसन करेगा उसको Cash Subsidy मिलेगा.
- तीसरी घोषणा नौकरियां ज्यादा हो और नये लोगों को रोजगार मिलें.
रोजगार को लेकर सरकार ने बड़े ऐलान किये. इस घोषणा से कपनियां नये रोजगार देगी इसके साथ कंपनियों को भी इससे फायदा होगा. Employer और Employee दोनों सरकार को Provident Fund का 12% हिस्सा सरकार को देती है. सरकार की घोषणा के अनुसार 2 सालों तक Provident Fund सरकार देगी. इस तरह मोदी सरकार के कार्यकाल में बहुत सारी घोषणाएं की गई.
इसे भी पढ़ें:बिहार में एक बार फिर नीतीश-सुशील का राज, 16 नवबंर को 4.30 बजे लेंगे शपथ
प्रोत्साहन पैकेज को लागू करने पर असर/मोदी सरकार का प्रोत्साहन पैकैज हो सकता है फेल
मोदी सरकार के कार्यकाल में वित्त मंत्री द्वारा इस प्रोत्साहन पैकेज को लागू करने से भारत की अर्थव्यवस्था सही हो या ना हो लेकिन कोरोना महामारी जरुर फैलेगी. क्योंकि ये घोषणा Production, Construction और Office सेक्टर्स के लिए की गई है. अगर Worker Construction Site या Factory पर और Employee Office काम करने जायेगें तो Social Distancing का पालन नहीं हो पायेगा इससे कोरोना महामारी और तेजी से फैलेगा. घरों की ब्रिकी बढ़ेगी तो फायदा Construction को होगा और Production बढ़ेगा तो फायदा Factory को होगा और इससे गरीबों की मुश्किलें और बढ़ जायेगी. ऐसे वक्त में इस तरह की घोषणा को लागू करने पर ये पूरी तरह से फेल होता नजर आयेंगा क्योकि इस वक्त कोरोना महामारी से देश को बचाना ज्यादा जरुरी है.
इसे भी पढ़ें:देश का पहला सर्विस लोक अदालत इसी माह, तैयारियां शुरू
प्रोत्साहन पैकैज फेल:लोक कल्यान की जरुरत
ऐसे समय में मोदी सरकार को प्रोत्साहन पैकैज के जगह लोक कल्यान पर फोकस करने की जरुरत है. लोक कल्यान पर फोकस का आधार:
- खाद्य पर फोकस: इस महामारी को दौरान सबसे ज्यादा जरुरी है खाद्य. ऐसे लोगों तक खाना पहुंचाना जरुरी है जिन्हें इसकी जरुरत है. इसके लिये सरकार को Zomato और Swiggy जैसी कंपनी से टाईअप करके छोटे गांवों तक खाना पहुंचाया जा सकें.
- स्वास्थ्य पर फोकस करना चाहिये: ऐसे समय में स्वास्थ्य सबसे ज्यादा जरुरी है. गांवों और कस्बों की स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिये वहां के चिकित्सकों को Training देनी चाहिये जिससे वें और अच्छी सेवा दे सकें. फाइजर कंपनी कोरोना के टीके बना रही है उसे -80 डिग्री सेल्सियस में रखना होगा और इसे हर घर तक पहुंचाने के लिए 5 से 6 करोड़ रुपये तक का Infrastructure तैयार करना होगा.
- शिक्षा पर फोकस: ऐसे समय में मोदी सरकार को ऑनलाइन शिक्षा पर फोकस करना चाहिये क्योकि कोरोना महामारी के कारण बच्चों की शिक्षा काफी बाधित हुई है. ऐसे में सरकार को गांवों और कस्बों तक Tablet या फोन उपलब्ध करवाना चाहिये जिससे उनकी शिक्षा बाधित ना हो सकें.
केंद्र सरकार का फोकस प्रोत्साहन पैकैज की जगह लोक कल्यान में होना चाहिये. इस वक्त लोगों को इस मुश्किल से उभारना ज्यादा जरुरी हैं.
इसे भी पढ़ें:कोडरमा उपायुक्त ने जमीन पर बच्चों के साथ मिठाई खाकर मनायी अनोखी दीवाली