Ranchi : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आतंकी संगठन आईएसआईएस बल्लारी मॉड्यूल मामले की जांच कर रही है. इस मामले में एनआईए जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी मो. शाहबाज उर्फ जुल्फिकार समेत आठ संदिग्ध आतंकिों से पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि बीते दिन झारखंड समेत चार राज्यों के 19 ठिकानों पर एनआईए ने छापा मारा था. एनआईए की टीम ने झारखंड के बोकारो और जमशेदपुर में छापेमारी की थी. वहीं कर्नाटक के बल्लारी व बेंगलुरु में भी छापा मारा था. इस छापेमारी के दौरान एनआईए ने बल्लारी मॉड्यूल के नेता मिनाज सहित आठ आरोपित को गिरफ्तार किया था. सभी आईएसआईएस आतंकी संगठन के समर्थन में आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहे थे. उनका नेतृत्व मिनाज उर्फ सुलैमान कर रहा था.
जमशेदपुर समेत कई शहरों से हुई थी गिरफ्तारी
एनआईए ने बल्लारी से मिनाज उर्फ सुलैमान और सैयद समीर, मुंबई से अनस इकबाल शेख, बेंगलुरु से मुनीरुद्दीन, सईद समिउल्लाह उर्फ समी और मुजम्मिल, दिल्ली से शयन रहमान उर्फ हुसैन और जमशेदपुर से शहबाज उर्फ जुल्फिकार उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार किया था. छापेमारी के दौरान एनआईए को इन ठिकानों से विस्फोटक सामग्र (सल्फर, पोटैशियम नाइट्रेट, चारकोल, गनपाउडर, सुगर व इथेनाल), तेज धारदार हथियार, अनगिनत नकदी, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्टफोन व अन्य डिजिटल उपकरण मिले थे. इस छापेमारी में एनआईए ने कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली पुलिस का सहयोग लिया था.
एक-दूसरे से एनक्रिप्टेड एप के माध्यम से जुड़े थे सभी
एनआईए को जांच में जानकारी मिली है कि सभी आरोपित विस्फोटक सामग्री से आइईडी बनाने वाले थे, जिससे वे आतंकी गतिविधियों को संचालित करते. सभी एनक्रिप्टेड ऐप के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े थे. हिंसा, जिहाद, खिलाफत व आईएसआईएस की आतंकी गतिविधियों का संचालन इसी ऐप के माध्यम से एक-दूसरे से करते थे. उनके निशाने पर कॉलेज छात्र थे, जिन्हें वे अपने समूह से जोड़ने के लिए प्रयासरत थे. वे छात्रों के बीच जिहाद के उद्देश्य से मुजाहिदीन से जुड़े दस्तावेज भी प्रसारित करते थे.