Ranchi : कोविड की तीसरी लहर की आशंका जतायी जा रही है. एक्सपर्ट्स पहली और दूसरी लहर से भी अधिक पाॅजिटिव मिलने की आशंका जता रहे हैं. इसके बाद भी केंद्र सरकार वैक्सीनेशन के प्रति ढीला रवैया अपना रही है. राज्यों को पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. कई बार टीका नहीं रहने से सेंटर खाली होने की सूचना मिलती है. ये बातें सीपीआईएम की राज्य पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहीं. वे गुरुवार को सीपीआईएम कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रही थीं.
करात ने कहा कि वैक्सीनेशन और सामाजिक व्यवहार से ही कोविड की तीसरे लहर को रोका जा सकता है, लेकिन केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराने में ही विफल है. पहली और तीसरी लहर से केंद्र सरकार असफलता सामने आ चुकी है. सरकार की नीतियों का दिवालियापन स्पष्ट देखा जा चुका है. फिर भी सरकार सबक नहीं लेती.
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कांवर यात्रा पर सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप दुर्भाग्यपूर्ण
यूपी का जिक्र करते हुए करात ने कहा कि योगी सरकार कांवर यात्रा की अनुमति देती है. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री बयान देते हैं कि पहाड़ों में लोगों की भीड़ जम रही है, यह चिंता वाली बात है. ये भाजपा नेताओं के अजीब बयान सामने आ रहे हैं. यूपी में कांवर यात्रा मामले में सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को नोटिस भेजा, जबकि पहले से थर्ड वेव की संभावनाएं जतायी जा रही है. इसके बाद भी यूपी सरकार की जिद और सुप्रीम कोर्ट का नोटिस दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड की दो लहरों से अपनी विफलता मानी. इसलिये केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार किया गया. राज्य का जिक्र करते हुए करात ने कहा कि फादर स्टेन के मामले में सीएम ने पत्र लिखा है. पत्र में फादर की मौत पर विरोध जताया गया है. सीएम हेमंत का एक्शन ऐसे मामलों में जरूरी है.