कहा – नई पटरियों को बिछाने पर है सरकार का पूरा फोकस
Jamshedpur (Ratan Singh) : टाटानगर स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्तर का स्टेशन बनाया जाएगा. आने वाले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए टाटानगर स्टेशन में क्या-क्या जरूरतें होनी चाहिए इसे लेकर शहरवासी अपने-अपने सुझाव सांसद के माध्यम से रेलवे को भेज सकते हैं. उक्त बातें केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टाटानगर स्टेशन पहुंचने पर कही. उन्होंने कहा कि शहर की जितने भी सामाजिक संस्थाएं, युवा वर्ग व अन्य संगठन है वे टाटानगर स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में अपनी पहल कर सकते है. ताकि जो स्टेशन बने वह आपकी जरूरत के हिसाब से, आपकी डिजाइन पर व आपके विचार के अनुसार बने. उन्होंने मेरठ, गुजरात के आनंद-खेड़ा, बिजनौर और सहारनपुर स्टेशन के डिजाइन का उदाहरण देते हुए कहा कि इन स्टेशनों को बेहतर बनाने के लिए लोग इनके साथ जुड़े अपना-अपना विचार दिया और अपना पक्ष रखा.
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हर प्रोजेक्ट पर चल रहा तेजी से काम
रेल मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में कई सारे नए रेलवे ट्रैक बनाए जा रहे हैं. पिछले साढ़े नौ वर्षों में करीब 21 हजार किलोमीटर नए ट्रैक बनाए गए हैं. पिछले एक वर्ष में 5260 किलोमीटर नए ट्रैक का निर्माण हुआ है. लोगों की मांग रहती है गाड़ियों के फेरे बढ़ाने और नई ट्रेनों को शुरू करने की. लेकिन उससे पहले जरूरत है रेलवे ट्रैक की, इसलिए नई पटरियों को बिछाने पर सरकार का पूरा फोकस है. उन्होंने कहा कि रेलवे में हर प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है, जो एक यज्ञ के समान है. बादामपहाड़-राउरकेला और कोलकाता को जोड़ने वाली नई तीन ट्रेनों का शुभारंभ आज राष्ट्रपति के द्वारा किया गया है. यह तभी संभव हो पाया जब नहीं पटरियां बनी है.
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सुरक्षा के क्षेत्र में लगातार हो रहा निवेश
उन्होंने पुश-पुल ट्रेन के बारे में बताते हुए बताया कि यह एक नई तकनीक है जिसपर तेजी से काम हो रहा है. इस तकनीक से चलने वाली ट्रेन आम ट्रेनों के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर है. इसलिए नहीं तकनीक वाली ट्रेन और ज्यादा पटरियां, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. सुरक्षा पर रेल मंत्री ने कहा कि इस पर काफी ज्यादा काम हुआ है. एक लाख आठ हजार करोड़ का निवेश सुरक्षा के मामले में किया गया है और इसका परिणाम भी आया है. वर्ष 2014 से पहले एक साल में अमूमन 170 के आसपास दुर्घटनाएं होती थी. लेकिन अब वह संख्या घट कर 47 के आसपास आ गई है. सुरक्षा को लेकर और भी बेहतर किए जाने की आवश्यकता है. पिछले साढ़े नौ वर्षों में पांच लाख नौकरियां युवाओं को दी गई है, अभी फिर से डेढ़ लाख नौकरियां के लिए प्रक्रिया पूरी हुई है. भविष्य में और भी बहाली निकाली जाएगी. लगातार इस दिशा में कार्य हो रहा है.