Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : साकची में कब्रिस्तान परिसर में निर्माण कार्य का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) द्वारा नोटिस देकर निर्माण कार्य बंद कराए जाने के बाद सोमवार को कब्रिस्तान कमेटी ने कब्रिस्तान परिसर में एक मीटिंग की. इस मीटिंग में तय किया गया है कि कमेटी उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से बात करे और निर्माण कार्य शुरू कराए. मीटिंग के बाद रियाज शरीफ ने बताया कि साकची कब्रिस्तान 110 साल पुरानी है. यहां मुसलमानों के पूर्वज दफन हैं. उनकी भावनाएं इससे जुड़ी हुई हैं.
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वजू खाना और जनाजा हॉल बनाया जा रहा है
कब्रिस्तान परिसर में वजू खाना और जनाजा हॉल बनाया जा रहा है. जनाजा हॉल में जनाजे की नमाज पढ़ी जाती है. अगर जनाजा हॉल नहीं बनेगा तो क्या स्ट्रेट माइल रोड पर नमाज पढ़ी जाएगी. रियाज शरीफ ने कहा कि वे ऐसा नहीं चाहते. इसीलिए जनाजा हॉल बन रहा है. जनाजा हॉल की पुरानी संरचना को तोड़ कर इसे बड़ा किया जा रहा है, क्योंकि अब आबादी बढ़ गई है और ज्यादा लोग जनाजे के साथ आते हैं. रियाज शरीफ ने कहा कि कोई नया निर्माण नहीं हो रहा है. कुछ प्रशासनिक अधिकारियों से बात हुई है. साकची कब्रिस्तान कमेटी का प्रतिनिधिमंडल डीसी विजया जाधव से मिलना चाहता है. समय मिल गया तो वे डीसी से बात करेंगे.
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साकची कब्रिस्तान टाटा लीज के तहत नहीं आती
उनकी साकची कब्रिस्तान टाटा लीज के तहत नहीं आती. उन्होंने टाटा लीज के अधिकारियों से नक्शा की बाबत बात की थी, तो टाटा लीज के अधिकारियों ने कहा था कि साकची कब्रिस्तान का इलाका उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. इसलिए साकची कब्रिस्तान का नक्शा कौन पास करेगा. वे कहां इसके लिए आवेदन दें, यह बात प्रशासनिक अधिकारी बताएं. वे लोग आवेदन देने के लिए तैयार हैं. उनका नक्शा पास करा दें. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की राजनीति ही मस्जिद कब्रिस्तान से चलती है. एक राजनीतिक समूह इसे तूल देकर शहर का माहौल खराब कर रहा है. प्रशासन को चाहिए कि वह विधि व्यवस्था की स्थिति बनाए रखे.