Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : सरकार द्वारा कृषि उपज एवं पशुधन विपणन विधेयक 2022 के माध्यम से दो प्रतिशत की मंडी टैक्स लागू करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसको लेकर व्यापारियों द्वारा किए गए काफी विरोध बाद सरकार ने व्यापारियों को आश्वस्त किया है कि फिलहाल मंडी टैक्स लागू नहीं किया जाएगा. वहीं परसुडीह बाजार समिति की बात करें तो बाजार समिति प्रांगण में स्थित सैकड़ों दुकानों से प्रति वर्ष करोड़ों रुपए की राजस्व प्राप्ति सरकार को होती है. लेकिन बाजार समिति में सुविधाओं के नाम व्यापारियों को कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है.
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हकीकत बयां करती बाजार समिति की टूटी सड़के
परसुडीह बजार समिति में कुल 331 दुकान एवं गोदाम है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में छोटे-बड़े वाहनों का बाजार समिति में आना-जाना रहता है. करोड़ों रुपए का राजस्व देने वाली बाजार समिति की सड़के बदहाल है. यह समझना बड़ा मुश्किल है कि सड़क में गड्ढें हैं या गड्ढों में सड़क है. व्यापार मंडल के सचिव करण ओझा ने बताया कि वर्षों से सड़कों की मरम्मत नहीं होने के कारण बाजार समिति की सड़के बदहाल है. इस संबंध में कई बार समिति के सचिव को सड़कों का निर्माण कराने के लिए आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे व्यापारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि बाजार समिति द्वारा समिति प्रांगण में स्थित आठ चबूतरों के मरम्मती के नाम पर लगभग 24 लाख रुपए खर्च किए गए. जबकि उससे कहीं ज्यादा महत्पूर्ण सड़कों का निर्माण नहीं कराया गया.
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नहीं है पेयजल की व्यवस्था
परसुडीह बाजार समिति प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में व्यापारियों, मजदूरों व वाहन चालकों का आना-जाना होता है. लेकिन यहां लोगों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. सभी व्यापारी प्रतिदिन खरीद कर पानी पीते है. करण ओझा ने कहा कि बाजार समिति केवल राजस्व वसूली से मतलब रखती है. व्यापारियों की सुविधाओं से उन्हें कोई लेना देना नहीं.