Jamshedpur (Sunil Pandey) : मांझी परगना महाल तोरोप परगना जुगसलाई की ओर से बृहस्पतिवार को करनडीह चौक पर विधायक सीपी सिंह का पुतला दहन किया गया. इस दौरान लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की. विधायक सीपी सिंह ने ओलचिकी लिपि में प्रकाशित झारखंड सरकार की योजनाओं का विज्ञापन पर आपत्ति जाहिर की थी. साथ ही कहा था कि जनता के टैक्स के पैसे का सरकार दुरूपयोग कर रही है. आदिवासी संगठनों ने इसकी कड़ी आलोचना के साथ विरोध शुरू किया. राज्य में जगह-जगह उनका पुतला जलाया गया. मांझी परगना महाल तोरोप परगना जुगसलाई दशमत हांसदा ने बताया कि जब एक जन प्रतिनिधि झारखंड की भाषा की समझ नहीं है तो अन्य भाषाओं के विकास कैसे हो सकता है. ओलचिकी लिपि से संथाली भाषा की पढ़ाई कैसे हो सकती है.
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विरोध में ये लोग थे शामिल
उपस्थित मांझी परगना गौड़ैत दुर्गाचरण मुर्मू, सुकराम किस्कू, पालुराम हेंब्रम, सालखू सोरेन, मोहन हांसदा, युवराज टुडू, धनीराम हांसदा, लखन मुर्मू, भुगलू सोरेन, भगत मुर्मू, सुशील मुर्मू, मोनिका मुर्मू, धानो मार्डी, रवींद्र मुर्मू, लेदेम मार्डी, रामराय हांसदा, डोमन टुडू, सुकूराम सोरेन, नवीम मुर्मू, कृष्णा बेसरा, लुसी टुडू, लखिया टुडू, मानगो हेंब्रम, बबली मुर्मू, कारना मुर्मू, शांति मार्डी, प्रमिला किस्कू, गोयाबली मुर्मू, बुढ़ान मांझी, बीर प्रताप मुर्मू समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे.
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