Jamshedpur (Sunil Pandey) : एमजीएम अस्पताल में मरीज जान जोखिम में डालकर अपना इलाज करा रहे हैं. अस्पताल की इमरजेंसी के ऊपरी तल पर स्थित आईसीयू की छत का प्लास्टर जहां-तहां से टूटकर गिर रहा है. प्लास्टर का टुकड़ा कई मरीजों के बेड पर गिरा. जिसके कारण मरीजों के बेड का दूसरी जगह शिफ्ट किया गया. अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी वहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है. आए दिन हो रही इस तरह के वाक्ये से मरीजों के साथ-साथ वहां कार्यरत चिकित्साकर्मी भी दहशत में हैं. आईसीयू में कार्यरत चिकित्साकर्मियों ने इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन (अधीक्षक-उपाधीक्षक) को देने की बात कही. हालांकि इस संबंध में पुछे जाने पर उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी ने इस घटना की जानकारी होने से इंकार किया. हालांकि उन्होंने माना कि अस्पताल का भवन काफी पुराना हो गया है. नया भवन बन रहा है. नए भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आईसीयू को वहां शिप्ट कर दिया जाएगा.
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10 बेड की है आईसीयू
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एमजीएम अस्पताल के ऊपरी तल को दो भागों में बांटा गया है. आधे हिस्से में 10 बेड की इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) है. जबकि दूसरे हिस्से में अस्पताल के अन्य विभाग एवं लेबोरेट्री कार्यरत. आईसीयू में जाने के लिए लिफ्ट के अलावे सीढी है. लेकिन वहां नियमों का पालन नहीं किया जाता है. कोई भी व्यक्ति बेरोक-टोक आ जा सकता है. जिससे संक्रमण से इंकार नहीं किया जा सकता है. आईसीयू में मरीजों के साथ अटेंडर को रहने की छूट दी गई है.
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