Jamshedpur (Ratan Singh) :सोहराय पर्व को लेकर क्षेत्र में उत्साह का माहौल है. आदिवासी समाज के इस महान पर्व को लेकर पूरे क्षेत्र में तैयारी अंतिम चरण में है. सोहराय पर्व पर ग्रामीण अपने घरों को खूबसूरत अंदाज में सजाते हैं. मिट्टी से बने रंगों से अपने घरों के बाहर मनमोहक कलाकृति उकेरी जाती है. जिनकी चमक महंगे रंगों की तरह होती है. इस बार जमशेदपुर से सटे ग्रामीण क्षेत्र जोंद्रागोड़ा गांव की एक छात्रा ने सोहराय पर अपने मिट्टी के घर को वंदे भारत का रूप दिया है. मिट्टी के रंगों से झोपड़ी में बनाया गया वंदे भारत एक्सप्रेस लोगों को आकर्षित कर रहा है. बता दें कि संथाल समाज सोहराय पर्व को प्रमुखता से मनाते हैं. पांच दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व कृषि से जुड़ा हुआ है. घरों का रंग-रोगन करना व सजाना उनकी परंपरा है. इस पर्व में कृषि में साथ देने वाला पशु और नये फसल की पूजा होती है.
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ग्रामीणों के लिए बना आकर्षण का केंद्र
जोंद्रागोड़ा गांव में गांव की एक छात्रा पूर्णिमा ने अपने मिट्टी के घर को देश की चर्चित ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस जैसा रूप दिया है. पूर्णिमा ने वंदे भारत को हूबहू अपने घर के बाहर उकेरा है. सफेद और नीले रंग से बनी ट्रेन की आकृति को देख ऐसा लगता है मानो गांव मे वंदे भारत खड़ी है. पूर्णिमा बताती है कि सोहराय को वे लोग विशेष रूप से मनाते है. घर की सफाई कर दीवारों का रंग-रोगन करते है. इसमें बाजार के महंगे रंगों का इस्तेमाल नहीं होता बल्कि उसे वे लोग खुद बनाते है. गांव के लोगों ने कभी भी नजदीक से वंदे भारत ट्रेन नहीं देखी है, ऐसे में उनकी जिज्ञासा इसे देख कर शांत हो रही है. इसे देख उसे खुद भी लगता है कि वह घर में नहीं वंदे भारत ट्रेन में है. ग्रामीण भी छात्रा की इस पेंटिंग की खूब तारीफ कर रहे है.