Jamtara : जिले के नाला थाना क्षेत्र में शाम ढलते ही है अवैध कोयला कारोबार की मंडियां सज जाती हैं.कास्ता,पलास्थली समेत इसीएल की बंद कोयला कोलियरी से अवैध रूप से धड़ल्ले से कोयला का उत्खनन करवाया जाता है. इसके बाद अवैध कोयला को मोटरसाइकिल से ढोकर अलग-अलग स्थान पर डंप करवाया जाता है. फिर शाम ढलते ही असली खेल शुरू होता है.
कोयला तस्कर ट्रैक्टर की ट्रॉली से कोयला लोड करते हैं. और उसे एक जगह पर इकट्ठा करते हैं. इसके बाद करीब 25-30 ट्रकों में भरकर अवैध कोयला को ले जाया जाता है.इस दौरान कोयला ढोने के लिए फर्जी कागजात (डिस्को पेपर) का उपयोग किया जा रहा है. जिसमें कोयला की खरीद से संबंधित इनवॉयस पेपर किसी मुखौटा कंपनी के नाम होता है. चूंकि कोयला की लोडिंग कहीं होती है और खरीद का पेपर कहीं और का दिखाया जाता है.
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अवैध कोयला कारोबार की मलाई से पुलिस भी अछूता नहीं
बीते 5 दिसंबर को जामा विधायक सीता सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो को ट्वीट किया था. जिस ट्वीट के माध्यम से यह आरोप लगाया गया था कि नाला विधानसभा क्षेत्र में जामताड़ा एसपी एवं प्रशासन के संरक्षण में अवैध कोयला का व्यापार फल-फूल रहा है. इस ट्वीट के बाद झारखंड पुलिस मुख्यालय को संज्ञान लेना पड़ा था.
इसके बाद 8 दिसंबर को संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआइजी सुदर्शन मंडल ने कास्ता,पलास्थली समेत अन्य अवैध कोयला उत्खनन क्षेत्र में छापेमारी की थी. जिसमें पुलिस को कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी थी. इसके बाद 13 जनवरी को जिला खनन पदाधिकारी राजाराम प्रसाद और नाला बीडीओ कौशल कुमार ने अवैध कोयला डिपो पर छापेमारी की. लेकिन छापेमारी के बाद अवैध कोयला का कारोबार जोर-शोर से संचालित होने लगा.
इधर झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से एक ट्वीट के जवाब में डीआइजी दुमका को अवैध कोयला कारोबार की शिकायत की जांच करने का निर्देश दिया गया था. परंतु अब तक डीआइजी के स्तर से मामले में किसी तरह का संज्ञान नहीं लिया गया है.
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अवैध कोयला कारोबार का मुख्य सरगना बंगाल से
नाला में हो रहे अवैध कोयला कारोबार का मुख्य सरगना बंगाल से है. जिसका अवैध कोयला कारोबार पश्चिम बंगाल में चलता था. लेकिन हाल के कुछेक महीने पूर्व बंगाल में हुए सीबीआई छापेमारी के बाद अवैध कोयला कारोबारी ने झारखंड में अपनी पनाहगाह तलाश ली है.
जिनकी ओर से संथाल परगना प्रमंडल के जामताड़ा जिले के नाला से अवैध कारोबार किया जा रहा है. इसीएल की बंद कोयला खादानों से अवैध रूप से कोयला का उत्खनन खुलेआम हो रहा है. फिर शाम ढलते ही अवैध कोयला को ट्रक में लोड कर बिहार ले जाया जा रहा है.
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