Jamtara: भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि, मनरेगा योजना लूट की योजना बन गई है. जितने भी जिले में इस योजना से काम हो रहा है, सभी कागजों पर ही हो रहा है. हर काम में बिचौलिया हावी हैं. प्रवासी मजदूर जो दूसरे दूसरे प्रदेशों से जामताड़ा जिले में वापस घर आए हैं, उनको काम नहीं मिल रहा है. जिसके कारण उनके समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए वे दूसरे प्रदेशों में रोजगार की तलाश में जा रहे हैं. मनरेगा योजना के अंतर्गत जो भी काम दिखाया जा रहा है, वह सिर्फ कागजों पर ही हो रहा है. काम किए बिना ही योजना की राशि की निकासी कर ली जा रही है.
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सरकारी योजनाओं में लूट का खेल
इससे पहले भी पंचायतों में जो पानी टंकी की खरीद की गई थी. उसमें भी अनियमितता की बात उजागर हुई है. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जामताड़ा जिले के सभी पंचायतों में जो स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं. लगाने के कुछ दिन बाद ही खराब हो गए. इसका मतलब इसमें भी अनियमितता बरती गई है. जामताड़ा जिले में चापाकल खराब पड़े हुए हैं. लोगों को पानी का दिक्कत हो रही है. लेकिन लोगों की परेशानी को देखने वाला कोई नहीं है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि, जब से झारखंड में नई सरकार आई है. जामताड़ा जिला लूट का अड्डा बना गया है. जिसको भारतीय जनता पार्टी आंख मूंद कर नहीं देख सकती है. जिला प्रशासन तुरंत मनरेगा योजना में मची हुई लूट पर रोक लगाकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है. अन्यथा भारतीय जनता पार्टी इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी.
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