Jamtara : जामताड़ा (Jamtara)– नारायणपुर प्रखंड के उर्दू उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंपापुर का नाम सरकारी सूची से गायब है. 13 जुलाई को अभिभावक व ग्रामीण स्कूल प्रांगण में आपातकालीन बैठक कर मामले पर चर्चा की. बैठक में चर्चा चली कि चंपापुर उर्दू स्कूल की स्थापना आजादी पूर्व 1941 में हुई थी. शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सरकारी लिस्ट से नाम लुप्त है. चंपापुर ग्राम के सोबराती मियां, नेमुल हक, अनाउल मियां, नीम मियां, अब्दुल मजीद के अनुसार इस स्कूल में शुरू से ही उर्दू शिक्षक तैनात रहे हैं. स्कूल में शत प्रतिशत अल्पसंख्यक विद्यार्थी पढ़ते हैं. शुरू से ही विद्यार्थियों को हिंदी और अंग्रेजी को छोड़कर सभी विषयों की पुस्तकें उर्दू भाषा में दी जाती थी. कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई की शुरूआत हुई. उस समय से हिंदी शिक्षक को प्रभारी हैं. विद्यालय का नाम अब उर्दू स्कूल नहीं लिखकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंपापुर लिखा जाता है.
ग्रामीणों ने सीएम हेमंत सोरेन, शिक्षा सचिव झारखंड, मुख्य सचिव झारखंड, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, आयुक्त संथालपरगना, डीसी जामताड़ा समेत जिला शिक्षा अधीक्षक से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि जिन्होंने स्कूल के नाम बदलने की साजिश रची है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
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